12 करोड़ रोजगार गायब, देश की खुशहाली, सुरक्षा गायब और सवाल पूछो तो जवाब गायब: राहुल गांधी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बढ़ती बेरोजगारी और देश की आर्थिक बदहाली को लेकर शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 12 करोड़ नौकरियां खत्म हो गई हैं, देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब है लेकिन सवाल पूछिए तो उसका जवाब नहीं मिलेगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह युवाओं की समस्याओं को हल करे, रोजगार बहाली और परीक्षाओं के रिजल्ट जारी करे।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, '12 करोड़ रोज़गार गायब, 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब, आम नागरिक की आमदनी गायब, देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब, सवाल पूछो तो जवाब गायब।'
🔹 12 करोड़ रोज़गार गायब— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 4, 2020
🔹 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब
🔹 आम नागरिक की आमदनी गायब
🔹 देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब
🔹 सवाल पूछो तो जवाब गायब।#विकास_गायब_है
एक और ट्वीट में उन्होंने सरकार से युवाओं की समस्याओं का समाधान देने की अपील की। 'गांवों में काम नहीं, अगस्त में देश में बढ़ी बेरोजगारों की फौज' शीर्षक से छपी हमारी एक खबर को ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, 'रोज़गार, बहाली, परीक्षा के परिणाम दो, देश के युवाओं की समस्या का समाधान दो।'
इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, '2017- एसएससी सीजीएल (संयुक्त स्नातक स्तर) की भर्तियों में अभी तक नियुक्ति नहीं हुई। 2018- सीजीएल परीक्षा का परिणाम तक नहीं आया। 2019- सीजीएल की परीक्षा ही नहीं हुई। 2020- एसएससी सीजीएल की भर्तियां निकाली ही नहीं।'
2017- SSC CGL की भर्तियों में अभी तक नियुक्ति नहीं हुई।— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 4, 2020
2018- CGL परीक्षा का रिजल्ट तक नहीं आया।
2019- CGL की परीक्षा ही नहीं हुई।
2020- SSC CGL की भर्तियां निकाली ही नहीं।
भर्ती निकले तो परीक्षा नहीं
परीक्षा हो तो रिजल्ट नहीं
रिजल्ट आ जाये तो नियुक्ति नहीं pic.twitter.com/0wrPPPqk1s
प्रियंका ने दावा किया, 'भर्ती निकले तो परीक्षा नहीं, परीक्षा हो तो परिणाम नहीं, परिणाम आ जाए तो नियुक्ति नहीं। निजी क्षेत्र में छंटनी और सरकारी में भर्तियों पर ताला लगने से युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है लेकिन सरकार सच पर पर्दा डालने के लिए विज्ञापनों और भाषणों में झूठ परोस रही है।'