पॉलीटेक्निक ऑनलाइन काउंसलिंग, गृह जनपद में होगी दस्तावेजों की जांच
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. पॉलीटेक्नक प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया अभी चल ही रही था कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने काउंसिलिंग की फूल फ्रूफ व्यवस्था बनाकर अभ्यर्थियों राहत देने का काम शुरू कर दिया है। 28 सितंबर को परीक्षा परिणाम की घोषणा के साथ ही 30 सितंबर से ऑनलाइन काउंसिलिंग की शुरुआत होगी। कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार अभ्यर्थियों को अपने गृह जिले या मनचाहे जिले में दस्तावेज की जांच कराने का अवसर दिया जाएगा। किसी भी सूरत में उसे उस जिले से बाहर आने की जरूरत नहीं है। अपर मुख्य सचिव एस राधा चौहान, विशेष सचिव सुनील कुमार चौधरी और निदेशक प्राविधिक शिक्षा मनोज कुमार ने परिषद के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इसी के साथ ही तैयारियां शुरू हो गई हैं।
पहले ऑनलाइन काउंसिलिंग के साथ ही संस्था का आवंटन हो जाता था, लेकिन दस्तावेजों की जांच के लिए आवंटित संस्थान में जाना होता था, इसके बाद फीस जमा होती थी। फिर प्रवेश को सही माना जाता था। इस बार संस्थान के बजाय किसी भी जिले में जांच कराई जा सकेगी। इसके लिए सभी जिलों में अलग से नोडल सेंटर बनाए जाएंगे। नोडल सेंटरों पर भी सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। परिषद की वेबसाइट जेईईसीयूपी.एनआइसी.इन पर परिणाम देखा जा सकेगा।
सुविधा के लिए टोलफ्री नंबर-18001806589 के अलावा परिषद कार्यालय के नंबरों 0522-2630678 और 0522-2630667 पर संपर्क किया जा सकता है।
क्या कहते संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव?
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव एसके वैश्य के मुताबिक, कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पहली बार गृह जिले या मनचाहे जिले में दस्तावेज जांच कराने और ऑनलाइन फीस जमा करने की व्यवस्था की जाएगी। 15 सितंबर को पहली बार ऑनलाइन परीक्षा कराई जाएगी। राजधानी के 17 केंद्रों समेत प्रदेश के 23 जिलों में पहली पाली में 115 और दूसरी पाली में 116 केंद्र बनाए गए हैं।
पॉलीटेक्निक पर एक नजर
सरकारी संस्थान-305-सहायता प्राप्त संस्थान-19-निजी संंस्थान-1127-कुल सीटें-2,44972-कुल पंजीकृत अभ्यर्थी-3,90894