स्वदेशी हेलीकॉप्टर ने चीन सीमा पर लहराया परचम, Defence Expo में सेना से हुई थी डील
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ में बीते फरवरी माह में एशिया के सबसे बडे डिफेंस एक्सपो-2020 के दौरान हुए कई सैन्य करार अब रंग लाते नजर आ रहे है. जिसके तहत जिन जरूरतों और उम्मीदो के साथ भारतीय सेना के लिये आवश्यक लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर के निर्माण के लिये हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ करार किया गया था. उस करार के तहत देश में निर्मित एचएएल के लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर अपने ट्रायल के दौरान सेना की उन सभी उम्मीदों पर पूरी तरह से खरे उतरते नजर आ रहे है. और अब जल्द ही भारतीय सेना में शामिल होकर भारतीय सेना की ताकत को बढ़ाते नजर आयेंगे.
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पूरा किया ट्रायल रन
असम/अरुणाचल डिफेंस के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे बताते है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा देश में बनाये गये लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (LUH) ने हाल ही में हिमालय में लगभग 10 दिनों तक गर्म और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों की स्थिति में अपनी शानदार क्षमता का प्रदर्शन कर अपना ट्रायल पूरा कर लिया है. ISA (अंतरराष्ट्रीय मानक वातावरण) 32 डिग्री सेंटीग्रेट तक के तापमान में लेह (3300 MAMSL) पर विस्तार, प्रदर्शन और उड़ान के आधार पर एक व्यापक परीक्षण किया गया. LUH ने लेह से उड़ान भरी और दौलत बेग ओल्डी (DBO) एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (ALG) में 5000 MAMSL पर अपनी ताकत और हर स्थिति गर्म और ऊंचे इलाको में अपनी क्षमता का प्रर्दशन किया.'
सियाचिन में अपनी पेलोड क्षमता का किया प्रदर्शन
इस दौरान न सिर्फ इस हेलीकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर में ऊंचाई पर अपनी पेलोड क्षमता का प्रदर्शन किया. बल्कि इस परीक्षण के दौरान, पायलटों ने हेलीकॉप्टर को अमर और सोनम के उच्चतम हेलीपैड पर भी उतारकर अपना ट्रायल पूरा कर लिया. एचएएल के सीएमडी आर माधवन के मुताबिक लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर का सेना संस्करण अब प्रारंभिक परिचालन मंजूरी के लिए तैयार है.’ एचएएल के निदेशक अरूप चटर्जी के अनुसार, हेलीकॉप्टर और इसकी प्रणालियों का प्रदर्शन संतोषजनक है और उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करता है. सभी नियोजित परीक्षणों का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया.
डिफेंस एक्सपो में हुई थी डील
दरअसल, डिफेंस एक्सपो 2020 में 7 फरवरी 2020 को आयोजित कार्यक्रम 'बंधन' के दौरान ही एचएएल द्वारा भारतीय सेना और वायु सेना की ऑपरेशनल जरूरतों को पूरा करने के लिए करीब 200 लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टरों का निर्माण किये जाने की घोषणा की गई थी.