गाजीपुर: हमीद सेतु की 30 टन ही होगी भार क्षमता, मरम्मत कार्य पूरा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गंगा पर बने शहीद वीर अब्दुल हमीद सेतु की भार क्षमता 30 टन ही होगी। इससे अधिक भार वाले वाहनों का आवागमन वर्जित रहेगा। करीब ढाई माह बाद सेतु के मरम्मत का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। आगामी तीन से चार दिनों के अंदर इस पर आवागमन भी शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है।
हमीद सेतु पर कुल 52 बेयरिग लगे हैं। संबंधित अधिकारियों के बार-बार कहने के बावजूद लगातार हो रहे ओवरलोड वाहनों के आवागमन के कारण बेयरिग खिसक गया। सघन जांच में पता चला कि 52 में 22 बेयरिग जर्जर हो गए हैं। इन सभी को बदलकर अत्याधुनिक बेयरिग लगाया गया है। पिछले ढाई माह से सेतु का मरम्मत कार्य चल रहा है। इस दौरान आवागमन पूर्णता बंद था। इससे लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ीं। मरम्मत के दौरान एनएचएआइ के अधिकारी लगातार निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी देते रहे। पिछले ढाई महीने के मरम्मत कार्य में इंजीनियरों ने 22 बेयरिग और 26 ज्वाईंटर को बदल दिया है। अब सेतु पर बने ब्रेक्रर को तोड़ा जा रहा है। संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सेतु का मरम्मत कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। आगामी तीन से चार दिनों बाद निरीक्षण कर सभी तरह के वाहनों के लिए पुल को खोला जा सकता है। बताया कि हमीद सेतु की भार क्षमता 30 टन ही होगी। इससे अधिक भार वाले वाहनों का आवागमन हुआ तो फिर से परेशानी बढ़ सकती है।
हमीद सेतु के मरम्मत का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। निरीक्षण के बाद आगामी तीन से चार दिनों में पुलिस को सभी तरह के वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। सेतु की भार क्षमता 30 टन ही होगी। हम जिला प्रशासन से अनुरोध भी करेंगे कि इससे अधिक भार वाले वाहनों का आवागमन न किया जाए।- एसबी सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर एनएचएआइ वाराणसी।