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वाराणसी में अनलॉक के दौरान गांजा तस्कर सक्रिय, मांग होने पर कर रहे होम डिलेवरी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. कोरोना महामारी में लगे लॉकडाउन और अॅनलॉक ने कई लोगों के जीने का तरीका ही बदल दिया। किसी ने रोजगार बदल दिया तो किसी ने रोजगार करने का तरीका। इन सब के बीच बाबा विश्वनाथ की नगरी में गांजा तस्करों ने भी अपने काम करने तरीका बदल दिया। पुराने कप्तान ने सख्ती के साथ शहर में गांजा तस्करों की कमर तोड़ दी थी। मगर अनलॉक में ये तस्कर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। अब वे ग्राहकों से सीधा संपर्क कर गांजे की होम डिलेवरी करने लगे हैं। शहर में रोजाना करीब 1.5 कुंतल गांजे की खपत होती है।
कुछ दिनों पहले लालपुर-पांडेयपुर की पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया था, जो नशे की लत में डूब चुके लोगों को उनके घरों तक गांजा पहुंचाता था। पूछताछ में उसने स्वीकारा कि लॉकडाउन व उसके बाद तत्कालीन कप्तान के कड़े तेवर की वजह से नगर में भांग की दुकानों से अवैध गांजे की बिक्री पूरी तरह बंद हो गई थी। इससे गांजा तस्कर काफी परेशान थे। परेशान तस्करों ने ग्राहकों से सीधा संपर्क स्थापित कर उनके पास पहुंचाने लगे। यूं कहिए कि होम डिलेवरी शुरू कर दी। वहीं बीते मंगलवार को लक्सा पुलिस ने ढाई किलोग्राम गांजे के साथ दो तस्करों गरिफ्तार कर जेल भेजा। पूछताछ में उनमें से एक ने बताया क िवह और उसका छोटा भाई मलिकर गांजा बेचते हैं। 

अठन्नी-चवन्नी का दिया गया है नाम
नगर में गांजा खरीदने वालों के लिए अठन्नी व चवन्नी कोई नया नाम नहीं हैं। नशे के कारोबारियों व ग्राहकों के लिए इस शब्द का अर्थ गांजे की मात्रा से है। अठन्नी का दाम इन दिनों नगर में 80 से 85 रुपये तो वहीं चवन्नी का दाम 40 से 45 रुपये तक है।

अपराध से जुड़े लोगों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है
नशे के साथ ही अन्य अपराध से जुड़े लोगों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।- अमित पाठक, एसएसपी वाराणसी।

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