पूर्वांचल में उतर रही बाढ़ छोड़ती जा रही दुश्वारी, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक रोगों की आशंका
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पूर्वांचल में प्रमुख नदियों का जलस्तर लगातार कम होता जा रहा है। गंगा और सरयू में लगातार उतर रही बाढ़ अपने पीछे दुश्वारी छोड़ती जा रही है जिसकी वजह से निचले और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक रोगों की आशंका बनी हुई है। जबकि जिन इलाकों में पानी जमा है वहां पानी सड़ने की वजह से बदबू भी खूब होने लगी है। ग्रामीणांचल के खेतों में पानी लगा होने से फसलें भी सड़ चुकी हैं और पशुओं के लिए इन इलाकों में हरे चारे तक का अभाव हो चुका है। ऐसे में दूर दराज से हरे चारे का प्रबंध करना पड़ रहा है।
बलिया, मऊ और आजमगढ़ के कई इलाकोंं में सरयू का घट रहा जलस्तर तटवर्ती इलाकों में कटान भी कर रहा है जिसकी वजह से किसानों की बेशकीमती जमीनें भी नदी की भेंट चढ़ जा रही हैं। बलिया जिले में गंगा नदी का भ्ाी घटता जलस्तर कटान कर रहा है जिसकी वजह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। बीते दिनों बंधा कटान की आशंका में जो घर छोड़कर दूसरी जगह रहने गए थे वह अब सुरक्षित महसूस करने के बाद वापस घरों की ओर लौटने लगे हैं।
बुधवार की सुबह केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बलिया के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्तर 62.98 मीटर दर्ज किया गया। इस लिहाज से बीते चौबीस घंटों में नदी का जलस्तर .07 मीटर कम हुआ है। जल आयोग के अनुसार नदी का जलस्तर घटाव की आेर है और आने वाले दिनों में भी नदी का जलस्तर और कम होगा। हालांकि अयोध्या में सरयू का जलस्तर बढ़ रहा है इस लिहाज से आने वाले दिनों में मामूली इजाफा भी जलस्तर में हो सकता है।
बुधवार की दोपहर केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार पूर्वांचल में गंगा नदी का रुख घटाव की ओर बना हुआ है। इस दाैरान मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जिले में नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है। वहीं जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर स्थिर है। जबकि सोनभद्र में रिहंद बांध का जलस्तर बढ़ाव की ओर है और सोन नदी व बाण सागर बांध का जलस्तर घटाव की आेर है।