उत्तर प्रदेश में कोरोना के 6846 नए मालमे, कुल संक्रमितों की संख्या 3 लाख के पार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में आज कोरोना वायरस संक्रमण के 6846 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या अब 3 लाख को पार कर चुकी है। हालांकि राहत की बात यह है कि शनिवार को आए मामले पिछले दो दिन के केस से कुछ कम हैं। बीते दो दिन लगातार 7000 से अधिक मामले दर्ज हुए थे। शुक्रवार को प्रदेश में कुल 7016 तो गुरुवार को सर्वाधिक 7042 नए केस आए थे।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटे में प्रदेश में कुल 6846 नए मालमे सामने आए हैं। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या अब 3 लाख 05 हजार 831 तक पहुंच गई है। बीते 24 घंटे में 6085 लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया है।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अभी तक प्रदेश में कुल 2 लाख 33 हजार 527 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। यूपी में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट फिलहाल 76.35 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि अबतक कोरोना के कारण कुल 4349 लोगों की मौत हुई है और केस फैटालिटी रेट 1.42 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी कम है।
प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोरोना के 67 हजार 955 सक्रिय मामले हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इसमें से 36 हजार 334 लगो होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं जबकि अन्य का अलग-अलग अस्पतालों में उपचार जारी है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 1 लाख 49 हजार 396 लोगों ने होम आइसोलेशन में रहने का फैसला किया, जिसमें से 1 लाख 13 हजार 62 लोगों की आइसोलेशन अवधि समाप्त हो चुकी है यानी वे ठीक हो चुके हैं।
अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि हम लगातार ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कर रहे हैं। प्रदेश में शुक्रवार को कुल 1 लाख 40 हजार 562 सैंपल्स की टेस्टिंग हुई है। इस तरह उत्तर प्रदेश में अभी तक कुल 75 लाख 58 हजार 471 कोरोना नमूनों की जांच हो चुकी है।
वहीं उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृग अवनीश अवस्थी ने बताया कि लखनऊ पर विशेष ध्यान देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि एसजीपीजीआई, केजीएमयू और डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की सभी व्यवस्थाओं को बेहतर किया जाए। इस संस्थानों की क्षमता बढ़ाने और मैनपॉवर बढ़ाने का निर्देश भी सीएम ने दिया है।
अवस्थी ने जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश में अभी तक 64 हदजार 447 कोविड हेल्प डेस्ट बनाए जा चुके हैं, जिनकी सहायता से अब तक लगभग 7 लाख 36 हजार लक्षणात्मक पलोगों की पहचान की जा चुकी है।