पहले 10 मिनटों में भर गई क्लोन ट्रेन की सीटें, प्रवासियों के दबाव का दिखा असर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. आखिरकार जिसका भय था वहीं रेलवे की ओर से ट्रेन शुरु होने के बाद हुआ। महानगरों की ओर प्रवासियों के पलट प्रवाह के चलते स्पेशल नियमित ट्रेनों में दबाव अधिक होने से क्लोन ट्रेन को लेकर लोगों में उत्साह अधिक था। परिणाम, शनिवार को शुरू टिकट बुकिंग के पहले दिन ही एम मिनट भी नहीं लगा और पूरी क्लोन ट्रेन की सीटें आरक्षित हो गईं। सैकड़ों की संख्या में टिकट कराने आए यात्रियों को मायूसी मिली और बैरंग घर लौट गए। वहीं आने वाले महीनों में त्योहारों की अधिकता के बीच घर आने और घर से जाने के लिए प्रवासियों को काफी यात्रा करनी है। दशहरा, दीवाली और छठ को लेकर लोगों की भीड़ भी ट्रेनों में उमड़ने लगी है। जबकि वापस रोजी रोजगार के लिए आने जाने वालों की भीड़ सर्वाधिक है।
21 सितंबर से संचालित 20 जोड़ी क्लोन ट्रेनों में भी यात्रियों की भीड़ का असर दिखा। शनिवार को इन ट्रेनों में आरक्षण के पहले ही दिन प्रमुख रूट की ट्रेनों में सीट भर गई। सुबह आठ बजे रेलवे आरक्षण केंद्र की खिड़की खुलने के एक मिनट बाद वेटिंग टिकट जारी होने लगे। बहरहाल, अत्यधिक दबाव वाले शहरों के लिए क्लोन ट्रेन चलाने से श्रमिकों को बड़ी राहत मिली है। अब काम पर लौटने की उनकी राह आसान हो गई है।
आरक्षण केंद्र के आंकड़ों पर गौर करें तो सप्ताह में प्रत्येक बुधवार वाराणसी के रास्ते सूरत जाने वाली गाड़ी संख्या 09066 ताप्तीगंगा एक्सप्रेस के स्लीपर श्रेणी में वेटिंग का स्तर 200 के पार कर गया। जिसके बाद वेटिंग निकलना भी बन्द हो गया। थर्ड एसी में 96 वेटिंग पहुंच गया। वहीं, प्रतिदिन चलने वाली गाड़ी संख्या- 03391 श्रमजीवी क्लोन एक्सप्रेस के स्लीपर श्रेणी की सीट 23 सितंबर तक पैक हो गई। कैंट स्टेशन से प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को नई दिल्ली जाने वाली गाड़ी संख्या- 04060 महामना क्लोन एक्सप्रेस में भी श्रमिकों की भीड़ का असर दिखा।