ठगों ने चर्चित 'कौन बनेगा करोड़पति' टीवी शो को भी बना लिया ठगी का जरिया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, चंदौली। एक चर्चित टीवी शो को भी ठगों ने लूट का जरिया बना लिया है। ठग कॉल कर 25 लाख का इनाम निकलने का झांसा देते हैं। इसके लिए वाट्सएप पर बाकायदा लॉटरी नंबर की रसीद बनाकर भेजी जा रही। इसके साथ ही उन्हें पड़ोसी देश का नंबर देकर वाट्सएप कॉल करने के लिए कहा जाता है। कॉल करने पर ठग इनाम की राशि के लिए पैसों की मांग करते हैं। आए दिन ऐसी कॉल से लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। शिकायत के बाद पुलिस जांच भी करती है लेकिन ऐसे ठगों को पुलिस नहीं पकड़ पाती।
इस तरह करते हैं बात
लोगों के मोबाइल पर कॉल आती है और सामने वाला खुद को उस टीवी शो का कर्मी बताता है। कंपनी ने 25 मोबाइल नंबर सिलेक्ट किए थे, जिनमें आपका मोबाइल नंबर भी है। इसमें आप 25 लाख रुपये का इनाम जीत गए हैं। इनाम की राशि आप बैंक ले सकते हैं लेकिन पैसे पाने के लिए टैक्स अदा करना होगा। लोग इनाम के लालच में इनके झांसे में आ जाते हैं और अपना पैसा गंवा बैठते हैं।
वाट्सएप पर करते हैं वाइस काल
जिस मोबाइल नंबर का ठगी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, वह 0923065733405 है। यह पाकिस्तान का नंबर है। ठग लोगों के मोबाइल पर फोन न करके उनके वाट्सएप पर वाइस काल करते हैं ताकि इनकी असली पहचान छुपी रहे और इन्हें आसानी से ट्रेस न किया जा सके। साथ ही उनकी बातचीत रिकार्ड न हो। खास बात यह है कि कॉल करने वाले की बातचीत करने का लहजा पूरी तरह से पड़ोसी देश के निवासी जैसा लगता है।
केस- एक
कुढ़कला गांव की निशा कुमारी के वाट्सएप पर नंबर आया कि वह 25 लाख रुपये की धनराशि जीत चुकी है। उन्हें बाकायदा रसीद भी भेजी गई और उनसे लाटरी नंबर भी बताया गया। इसके अलावा उनसे बैंक के डिटेल की मांग की गई। अचानक भारी भरकम राशि के जीतने की जानकारी हुई तो उन्हें संदेह हुआ। सतर्कता बरतते हुए उन्होंने नंबर को ब्लाक कर दिया।
केस- दो
अलीनगर निवासी आदित्य के वाट्सएप पर भी 25 लाख रुपये जीतने का एसएमएस आया तो वह अचंभित हो गए। उसने तत्काल दादा को इसकी जानकारी दी। घर के अन्य सदस्यों को बताया तो पता चला कि यह फर्जी है। फोन करने पर रिसीव नहीं हुआ।
केस- तीन
सेंट्रल कालोनी के दीपू कुमार के मोबाइल पर व्यक्ति ने बोला कि मैं कौन बनेगा करोड़पति से बोल रहा हूं। आपकी 25 लाख की लॉटरी लगी है। ज्. यह सुनते ही दीपू चौंक गया। उसके पिता ने जब फोन करने वाले व्यक्ति से पूछा कि आप कहां से बोल रहे हैं और ऐसे केबीसी से फोन में कौन रकम जीतने लग गया तो उसने फोन काट दिया।
बोले एसएचओ
ठगी का शिकार होने पर लोग शिकायत करते हैं। विभाग का साइबर सेल जांच भी करता है लेकिन ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिलता जिससे ठग पकड़ में आएं। - शिवाकांत मिश्र, एसएचओ पीडीडीयू नगर