पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों और ट्रेनों में दिखेगी बुद्ध, कबीर और गोरखनाथ की झलक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों और ट्रेनों में बुद्ध, कबीर, गोरखनाथ और बाबा विश्वनाथ की झलक दिखेगी। स्टेशनों पर पूर्वांचल की धरोहरों को विभिन्न माध्यमों से प्रदर्शित किया जाएग। वहीं ट्रेन की बोगियों में दर्शनीय स्थलों की तस्वीरें यात्रियों के मन को सुकून पहुंचाएंगी। गोरखपुर यात्रा के दौरान तत्कालीन रेलमंंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहा था कि पूर्वोत्तर रेलवे के सभी स्टेशनों का कायाकल्प होगा। ट्रेन से उतरते ही यात्रियों को अहसास हो जाएगा कि वे पूर्वांचल की धरती पर खड़े हैं। धीरे-धीरे उनकी बातें सच साबित होने लगी हैं। गोरखपुर जंक्शन विश्वस्तरीय बनने की तरफ अग्रसर है।
पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों व प्लेटफार्मों पर प्रदर्शित किए जाएंगे धरोहर
गोरखपुर सहित पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर गेट से लगायत प्लेटफार्मों तक विभिन्न माध्यमों के जरिये धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। गेटों का निर्माण शहर की पहचान के अनुरूप किया जाएगा। गोरखपुर जंक्शन के वीआइपी गेट पर टेराकोटा की कलाकृतियां लोगों को बरबस अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। स्टेशन ही नहीं अब तो ट्रेनों में भी पर्यटन और दर्शनीय स्थल लोगों को लुभाएंगे। उत्कृष्ट कोच योजना के तहत यांत्रिक कारखाने में बोगियों के अंदर बुद्ध, कबीर, गोरखनाथ, गीताप्रेस, रामगढ़ ताल आदि की तस्वीरों को उकेरा जा रहा है।
बोगियों में भी उकेरी जाएंगी तस्वीरें
पूर्वांचल एक्सप्रेस की बोगियों में कार्य पूरा हो चुका है। अब गोरखधाम और अन्य ट्रेनों की बोगियों में पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। तस्वीरों के माध्यम से पर्यटन स्थलों की झलकियां यात्रियों की थकान तो मिटाएंगी ही पूर्वांचल की धरती के बारे में ज्ञान भी बढ़ाएंगी। रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने पूर्वांचल के पर्यटन स्थलों को रेल लाइनों से जोड़ने का खाका भी तैयार कर लिया है। गोरखपुर से कुशीनगर को रेल लाइन से जोड़ने की मंजूरी मिल गई है।