किसान अध्यादेश के विरोध में सड़क पर उतरे सपा और आप, पुलिस ने बलपूर्वक हटाया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. समाजवादी पार्टी और आप के कार्यकर्ताओं ने किसान अध्यादेश के विरोध में सोमवार को राजधानी में धरना प्रदर्शन किया। दोनों पार्टियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए किसान विधायक बिल को किसान का दुश्मन बताया। सपाइयों ने गोमती नगर विस्तार स्थित सदर तहसील में किसान बिल, ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचार बढ़ती बेरोजगारी सहित कई मांगों को लेकर थाली बजाकर प्रदर्शन किया।
नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। न्यूनतम समर्थन बिल को लेकर जो रवैया अपनाया गया है वह दर्शाता है कि केंद्र सरकार किसानों की कितनी हितेषी है। वहीं प्रदेश सरकार मैं ब्राह्मण सुरक्षित नहीं रह गया है। बेरोजगारी के साथ-साथ ब्राह्मणों को भी सताया जा रहा है। सपा पदाधिकारी नवीन भवन बंटी ने कहा, आज किसानों की बदौलत ही हम सब का पेट भर रहा है। बंटी ने कहा सपा सरकार किसानों के साथ खड़ी थी और आगे भी कंधे से कंधा मिलाकर किसानों का साथ देगी। क्योंकि असली अन्नदाता किसान ही हैं इसे कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता।
किसान बिल को लेकर आप कार्यकर्ता भी उतरे सड़क पर
संसद में भारी विरोध के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान अध्यादेश के विरोध में सोमवार को आम आदमी पार्टी द्वारा हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क में आप कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए किसान विधायक बिल को किसान का दुश्मन बताया। महिला प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव और प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा के समक्ष गिरफ्तारियां दी। इस दौरान आप और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। वही प्रदर्शन के कारण हजरतगंज चौराहे पर जाम लगा रहा। इसके कारण कुछ देर के लिये आवागमन कुछ देर के लिये बाधित रहा।
प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत ने कहा जिस दिन केंद्र सरकार ने किसान विरोधी बिल पास किया है, उसे किसान काला दिवस के रूप मे मनाएंगे। आरोप लगाया की प्रदेश व केंद्र की सरकार किसान विरोधी है। आगामी चुनाव में किसान इसका बदला जरूर लेंगे। उन्होंंने कहा कृषि मे केंद्र कार्पोरेट की इंटरी करवाना चाहती है। वही पुलिस प्रदर्शनकारियो को गिरफ्तार करके ईको गार्डन ले गयी। प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान लतीफ, प्रदेश सहप्रभारी नदीम असरफ जायसी, महेश त्यागी, विनय पटेल, अंकुश चौधरी, ललित कुमार वाल्मीकि सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।