Today Breaking News

मुख्तार अंसारी की पत्नी पर गैंगस्टर के बाद नेटवर्क भी खंगालेगी पुलिस

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी के करीब एक दर्जन करीबियों की अवैध सम्पत्तियां पुलिस ने चिन्हित कर ली है। इसमें अधिकतर में एलडीए और जिला प्रशासन से ब्योरा मिल चुका है। कुछ सम्पत्तियों के दस्तावेज खंगाले जा रहे है। इन विभागों से एनओसी मिलने के बाद ही सख्ती शुरू कर दी जायेगी। कुछ दिन पहले ही मुख्तार के बेटों के खिलाफ अवैध कब्जे का मुकदमा दर्ज किया गया था।

शनिवार को इस सम्बन्ध में पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अफसरों के बीच फिर बात हुई है। माना जा रहा है कि गाजीपुर में मुख्तार की पत्नी आफसा अंसारी और उसके साले सरजील व अनवर पर गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद लखनऊ में फाइलें फिर से खंगाली जाने लगी हैं।

इस समय पंजाब जेल में बंद मुख्तार की पूर्वांचल से लेकर लखनऊ तक में कई अवैध सम्पत्तियां है। उसकी शह पर रिश्तेदारों व अन्य गुर्गों ने भी कई सरकारी जमीनों पर भी कब्जा कर रखा था। इस बारे में शासन में शिकायत की गई थी। तब से ही मुख्तार पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।

27 अगस्त को मुख्तार के बेटों अब्बास अंसारी व उमर अंसारी की डालीबाग में करीब 10 हजार वर्ग फीट में बनी दो बिल्डिंगे ढहा दी गई थी। लखनऊ में मुख्तार के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई थी। इसके बाद अभी कई और सम्पत्तियां चिन्हित है। मुख्तार पर सख्ती की कड़ी में ही उसके गुर्गों की गिरफ्तारी और उनकी अवैध कमाई से बनी सम्पत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई भी की गई।


पत्नी का नेटवर्क खंगालेगी पुलिस
पुलिस अधिकारी बताते हैं कि मुख्तार अंसारी की पत्नी आफसा के नाम गाजीपुर व मऊ में ही सम्पत्तियां है। वहीं मुख्तार की वजह से उसका व उसके रिश्तेदारों का वर्चस्व भी रहता है। लखनऊ में वह यदा कदा ही आती है। मुख्तार जब लखनऊ जेल में थे तब वह लगातार लखनऊ में रही थी। इस दौरान यहां मुख्तार के गुर्गे उसके सम्पर्क में रहते थे। वर्ष 2002 में मुख्तार और गुर्गों पर सख्त कार्रवाई शुरू की गई थी।


इसके बाद से ही मुख्तार की पत्नी गाजीपुर व मऊ में ही रहने लगी थी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय का कहना है कि मुख्तार के कई करीबियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। कुछ और लोगों की सूची तैयार है। कुछ सुबूत मिलते ही इन पर भी सख्त कार्रवाई होगी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्तार की पत्नी के खिलाफ लखनऊ में कोई मुकदमा नही है। उसका नेटवर्क पता किया जा रहा है।

बीमा कम्पनी में काफी हस्तक्षेप
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुख्तार की लग्जरी गाड़ियों का बीमा क्लेम अक्सर लिया जाता है। इसको लेकर मुख्तार के गुर्गों की कई बीमा कम्पनियों में ठनी रहती है। एक गुर्गा तो इसी काम में लगा रहता है। इसके लिये कई एजेन्ट से गठजोड़ भी रखे हुए हैं। इस बारे में भी पुलिस से शिकायत की जा चुकी है पर मुख्तार के डर से किसी ने मुंह नहीं खोला। अब पुलिस अधिकारी बीमा कम्पनियों के अफसरों से सम्पर्क कर इस दिशा में भी बड़ी कार्रवाई करने की कवायद में जुटे हैं।


'