पांच महीने बाद खुले माता वैष्णो के दरबार, श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन, लेकिन इन शर्तों के साथ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. कोरोना महामारी के दौरान तकरीबन पांच महीने से बंद श्रीमाता वैष्णों के दरबार को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है, जिससे अब वे माता वैष्णों का दर्शन कर सकेंगे। लेकिन माता के दरबार में जाने के लिए श्रद्धालुओं को कुछ शर्तों का पालन करना होगा, जिससे वे मां वैष्णों का दर्शन कर सकें।
आपको बता दें कि माता का दरबार जम्मू-कश्मीर के त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है, जो कटरा से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
आपको बता दें कि माता वैष्णो के दरबार को 16 अगस्त से ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था, लेकिन इस दौरान तकरीबन 2000 लोग ही प्रतिदिन माता के दर्शन कर सकते थे। लेकिन एक महीने के बाद इनकी संख्या को बढ़ाकर 5000 कर दिया गया। जिससे अब कश्मीर के 4500 और अन्य राज्यों से 500 यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अनुसार, ‘30 सितंबर तक आने वाले श्रद्धालुओं को ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके साथ ही मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार पर हर किसी को रैपिड टेस्ट करवाया जाएगा। वहीं दूसरे राज्य से आने वाले लोग अपना कोरोना रिर्पोट खुद लेकर आएंगे। हालांकि इसकी वैधता केवल 48 घंटे ही मानी जाएगी।‘
मिल रही है सारी सुविधाएं
अगर आप माता के दर्शन के लिए आ रहे हैं तो ऐसे में आपको इस दौरान हर तरह के आदेशों का पालन करना अनिवार्य है। कोरोना के बावजूद वहां पहुंच रहे हर यात्री को हेलीकॉप्टर सेवा, बैटरी कार सेवा और पैसेंजर केबल कार सेवा जैसी सुविधाएं भी मिल रही हैं।