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एसएसपी ने बाइक चेकिंग मेंं बिजलीकर्मियों से मांगा ID कार्ड तो कटवा दी लाइट, विभाग ने किया बर्खास्त

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के एसएसपी द्वारा चेकिंग के दौरान आईकार्ड मांगने पर बिजली कटवाकर अपना परिचय देने वाले बिजली विभाग के संविदाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। विभागीय जांच और मुकदमा दर्ज होने के बाद निजी एजेंसी ने दोनों कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया। दोनों के निष्कासन का पत्र जारी कर विभाग को प्रति भी सौंप दी गई है।
14 अगस्त की देर रात एसएसपी अमित पाठक खुद करौंदी में चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान बाइक से जा रहे एक व्यक्ति को रोका और नाम व पता पूछा। इस पर उसने खुद का नाम संजय कुमार सिंह और बिजली विभाग में संविदाकर्मी बताया। परिचय-पत्र मांगने पर उसने उपकेंद्र पर फोन मिलाया और वहां तैनात रामलखन ने उसके कहने पर बिजली काट दी। रामलखन ने कारण भी नहीं पूछा और ना ही लॉग शीट पर दर्ज किया। एसएसपी ने तत्काल उसकी फोटो ली और डिस्कॉम वाराणसी के एमडी को भेजा। पूरा प्रकरण भी बताया। इसके बाद एमडी के निर्देश पर जांच हुई। करौंदी उपकेंद्र के अवर अभियंता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया और अब दोनों का निष्कासन भी कर दिया गया है। नगर विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता विजय पाल ने बताया कि दोनों को एजेंसी की ओर से निष्कासित कर दिया गया है।

कॉल डिटेल भी हटा दिये थे संविदाकर्मी ने
घटना की अगली सुबह जब मामले में जांच शुरू हुई तो उपकेंद्र पर तैनात रामलखन ने झूठ बोला कि बिजली नहीं काटी गई थी। उसने बताया कि ऐसी किसी कटौती की सूचना लॉग शीट पर दर्ज नहीं है। इसके बाद उसके मोबाइल फोन देखा गया कि देर रात दो से ढाई बजे के बीच उसने किससे फोन पर बात की। उसने कॉल डिटेल भी हटा दी थी। तथ्यों को छिपाने और बेवजह बिजली काटने पर रामलखन के खिलाफ केस दर्ज कर उसे भी निष्कासित कर दिया गया है।  

हंगामे में भी शामिल था संजय
भेलूपुर स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय पर 14 अगस्त को दिन में हुए हंगामे की घटना में भी संविदाकर्मी संजय कुमार सिंह शामिल था। अधीक्षण अभियंता के पत्र में बताया गया है कि वह भी विद्युत मजदूर संगठन का सक्रिय सदस्य है। बताया जा रहा है कि दिन की घटना के बाद संगठन के लोग करौंदी क्षेत्र में जुटे थे और देर रात निकले। इसी दौरान संजय बाइक से निकल रहा था कि पुलिस की पूछताछ शुरू हो गई।
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