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बीएड प्रवेश परीक्षा की दूसरी पारी शुरू, पहली पारी शांतिपूर्वक संपन्न

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। कोरोना संक्रमण काल के बीच प्रदेश स्तर पर सबसे बड़ी बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2020 की पहली पारी की परीक्षा दोपहर 12 बजे समाप्त हो गई है। सेंटर से अभ्यर्थियों का बाहर निकलना शुरू हो गया।दूसरी पारी दोपहर तीन बजे होगी। इस दौरान सभी परीक्षा केंद्रों में कक्षों का सैनिटाइजेशन किया जाएगा। जिसके बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। बता दें कि वहीं अभ्यर्थी सुबह छह बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर आना शुरू हो गए थे। कई केंद्रों पर शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ती दिखाई दी। 
कहीं अभ्यर्थियों ने मास्क भी हटा रखा था। वहीं, परीक्षा केंद्रों के बाहर इक्का-दुक्का दुकानें खुली रहीं। राजकीय उप्र सैनिक इंटर कॉलेज में सुबह साढ़े छह बजे पांच से छह अभ्यर्थी पहुंचे। सुबह आठ बजे से अभ्यर्थियों का केंद्र के अंदर प्रवेश शुरू हुआ। अंदर अभ्यर्थियों की थर्मल स्कैनिंग के बाद एडमिड कार्ड की चेकिंग के बाद उन्हें इंट्री दी गई। अभ्यर्थियों के पास मास्क और सैनिटाइजर को भी चेक किया गया। ठीक नौ बजे सभी परीक्षा केंद्र बंद हो गए। इसी बीच कुछ अभ्यर्थियों को टैम्प्रैचर 90 से ज्यादा होने पर रोका गया। हालांकि कहा गया कि उनके लिए भी थोड़ी देर में परीक्षा की व्यवस्था कराई जाएगी। प्रथम पाली के दौरान डीएम अभिषेक प्रकाश शिया पीजी कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने परिक्षार्थियों के सीटिंग अरेंजमेंट को देखा साथ ही उनसे किसी भी तरह की परेशानी के पूछा। वहीं उन्होंने मॉनिटरिंग रूम में जाकर सारे कक्षाओं की व्यवस्था भी देखी।

नो मास्क-नो फिजिकल डिस्टेंसिंग 
कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा। वे एक साथ बैठे हुए थे, साथ ही कई अभ्यर्थियों ने तो मास्क भी हटा रखा था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस पीजी कॉलेज के बाहर पुलिस पूरी तरह मुस्तैद नजर आई।  फैजाबाद रोड स्थित पॉलिटेक्निक में शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ती दिखाई दी। 
डिग्री कॉलेज की जगह इंटर कॉलेज का बोर्ड, अभ्यर्थी हुए परेशान 
वहीं, जिन अभ्यर्थियों का सेंटर डिग्री कॉलेज था, वह भी इंटर कॉलेज पहुंचे। क्योंकि इंटर कॉलेज के बोर्ड पर भी डिग्री कॉलेज लिखा था। प्रवेश के समय गोरखपुर के आशुतोष और इलाहाबाद के आरिफ प्रवेश के लिए इंटर कॉलेज में पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि डिग्री कॉलेज का रास्ता अगल से है। अभ्यर्थी गुस्साए और भाग कर डिग्री कॉलेज पहुंचे। दोनों कॉलेज के बीच करीब एक से डेढ़ किमी की दूरी है।

सीतापुर: छह केंद्रों पर बीएड प्रवेश परीक्षा शुरू
संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण माहौल में शुरू हुई। 1673 अभ्यर्थियों की परीक्षा के लिए जिले में छह विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है। परीक्षार्थी जिस समय केंद्र पर पहुंचे तो वहां उनकी सघन जांच हुई। कोविड-19 के अनुपालन में गेट पर ही थर्मल जांच कराई गई। उसके बाद उनको परीक्षा कक्ष में भेजा गया। किसी प्रकार की अशांति न हो इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल की भी व्यवस्था की गई है।  

गोंडा : चार केंद्रों पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा शुरू
उप्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड-2020 शुरू हो गई है। जिले में चार केंद्रों पर 1330 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। परीक्षा के दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षार्थियों को बैठाया गया है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट व पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल की भी तैनाती की गई है।

पुलिस ने अभ्यर्थी की केंद्र पर पहुंचने में मदद की 
डीएवी इंटर कॉलेज केंद्र की अभ्यर्थी गलती से दीपाली डिग्री कॉलेज पहुंच गई थी। यंहा पहुंचकर उसे जानकारी हुई कि उसका डिग्री कॉलेज केंद्र में है। इस पर सिपाही प्रमोद कुमार यादव, अभिषेक कुमार यादव से उसे अपनी बाइक से आनन फानन इंटर कॉलेज केंद्र पर पहुंचाया।
बीएड प्रवेश परीक्षा में लखनऊ, आगरा व प्रयागराज में रहेगी खास सक्रियता
बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2020 के दौरान रविवार को स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की कई टीमें सक्रिय रहेंगी। सॉल्वर गिरोह पर एसटीएफ की कड़ी नजर रहेगी। खासकर लखनऊ, आगरा, प्रयागराज व कुछ अन्य बड़े शहरों में सॉल्वर गिरोह पर अतिरिक्त नजर रखने के निर्देश भी हैं। एसटीएफ मुख्यालय के अधिकारियों को मॉनीटरिंग में लगाया गया है। सूबे के 73 जिलों में रविवार को 10 हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों पर बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2020 आयोजित होगी। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा-व्यवस्था व कोविड-19 के संबंध में जारी गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश पहले ही दे चुके हैं। एसटीएफ को भी परीक्षा के दृष्टिगत सक्रिय कर दिया गया है। एसटीएफ पूर्व में विभिन्न परीक्षाओं के दौरान पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के सदस्यों की निगरानी करने के साथ ही नए गिरोह के बारे में भी छानबीन कर रही है। एसटीएफ की सभी इकाइयों के अधिकारियों को भी इसे लेकर विस्तृत निर्देश दिए गए हैं।

फर्जी परीक्षार्थियों को दबोचने के लिए बनाया गया है मास्टर प्लान 
प्रो बाजपेई ने बताया कि परीक्षा को बेहतर ढंग से कराने हर केन्द्र पर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई है। इसमें आडियों रिकार्डिंग भी होगी। इसके अलावा राउटर की मदद से की परीक्षा की वेब-कास्टिंग करते हुये लखनऊ विश्वविद्यालय में बने कंट्रोल रूम में मॉनिटरिंग की जाएगी। परीक्षा के समय प्रत्येक परीक्षार्थी की पहचान के लिए डिस्पोजल स्ट्रिप से उसकी उंगुलियों के निशान भी लिये जाएंगे और उसके द्वारा आवेदन करते समय दिये गये अंगुलियों के निशान से इनका मिलान किया जायेगा।  

लविवि प्रशासन का दावा है कि पूरे प्रदेश के अभ्यर्थियों की सुविधा को देखते हुए उनके निकटतम जनपद को चयनित करने की सुविधा दी गई थी। अभ्यर्थियों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए प्रत्येक परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों के लिए सेनेटाइजर, हैंडवाश आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए आठ व नौ अगस्त को सभी सार्वजनिक निजी यातायात, टेंपो, टैक्सी, प्राइवेट व सरकारी बसें आदि सुचारू रूप से चलेंगी।
बीएड प्रवेश परीक्षा के लखनऊ नोडल प्रभारी प्रो ध्रुव सेन सिंह ने बताया कि केंद्र पर प्रवेश के समय सभी परीक्षार्थियों की थर्मल स्कैनिंग और हैंड सैनेटाइज किया जाये और ये सुनिश्चित किया जाये की सभी परीक्षार्थी मास्क लगाए हो। बगैर मास्क के किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि केंद्र व्यवस्थापकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि परीक्षा का सीटिंग प्लान बड़े बैनर/फ्लैक्स पर पर्याप्त आकार एवं ऊंचाई पर लगाया जाय ताकि सीटिंग प्लान देखने के लिए परीक्षार्थियों द्वारा शारीरिक दूरी का उल्लंघन न किया जाय।

यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा में फेस डिटेक्टर से पकड़े जाएंगे फर्जी परीक्षार्थी
कोरोना संक्रमण के खौफ से शिक्षक संगठन एक तरफ उत्तर प्रदेश बीएड प्रवेश परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। दूसरी ओर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा की बेहतर तकनीकी से कराने में जुटा है। परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों को रोकने के लिए प्रशासन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 'एआई' तकनीक का इस्तेमाल किये जाने का दावा भी किया गया। विवि प्रशासन का दावा है कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर एआई आधारित फेस डिटेक्शन सिस्टम लगवाए जाएंगे। इससे कोई फर्जी परीक्षार्थी केन्द्र के अंदर नहीं जा पाएगा। एआई तकनीक अभ्यर्थी के चेहरे की कुल 27 जगहों की सूचनाओं को एकत्र करके उसको डिजिटल डाटा में बदलेगी, फिर फोर डाइमेंशन में चेहरे की जांच करेगी। इसमें अभ्यर्थी की आयु,बाल, चश्मा,लिंग आदि के जरिए उसका मिलान किया जाएगा।  बॉक्स  कोरोना संक्रमण के बीच आयोजित हो रही परीक्षा में सबसे खास बात न सिर्फ परीक्षार्थियों बल्कि कक्ष निरीक्षकों और नोडल अधिकारियों की उपस्थिति पर भी नजर रहेगी। क्योंकि संक्रमण के खतरे को देखते हुए तरह-तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। ऐसे में देखना होगा की इनकी उपस्थिति क्या रहेगी।
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