राजनाथ सिंह का बड़ा ऐलान, रक्षा क्षेत्र के 101 उपकरणों के आयात पर बैन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार सुबह रक्षा क्षेत्र से जुड़े कुछ अहम ऐलान किए। रक्षा मंत्री ने बताया कि रक्षा मंत्रालय 'आत्मनिर्भर भारत' की ओर कदम बढ़ा रहा है। इसके तहत 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने 101 उपकरणों की एक सूची तैयार की है, जिसपर समय सीमा के बाद प्रतिबंध लगाया जाएगा। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। राजनाथ सिंह ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 स्तंभों अर्थव्यवस्था, इंफ्रास्ट्रचर, प्रणाली, जनसांख्यिकी और मांग के आधार पर एक 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए एक स्पष्ट आह्वान किया है। इसके लिए प्रधानमंत्री ने 'आत्मनिर्भर भारत' के नाम से एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा, 'आयात पर बैन को 2020 से लेकर 2024 के बीच लागू करने की योजना है। हमारा उद्देश्य सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं के मामले में रक्षा उद्योग को आगे बढ़ाना है ताकि स्वदेशीकरण के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।'
राजनाथ सिंह ने कहा कि जिन 101 उपकरणों पर बैन लगाया गया है, उनमें सिर्फ छोटे पार्ट्स शामिल नहीं हैं, बल्कि उसमें कुछ उच्च तकनीक वाले हथियार सिस्टम भी हैं जैसे- आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफलें, कोरवेट, सोनार सिस्टम, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, एलसीएच, रडार आदि।
The list of 101 embargoed items comprises of not just simple parts but also some high tech weapon systems like artillery guns, assault rifles, corvettes, sonar systems, transport aircraft, LCHs, radars & many other items to fulfil needs of our Defence Services: Defence Minister https://t.co/adSforDvW5 pic.twitter.com/TUBcfthOO6— ANI (@ANI) August 9, 2020
इससे पहले रक्षा मंत्रालय के कार्यालय ने ट्वीट किया, 'रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह आज 10:00 बजे महत्वपूर्ण ऐलान करेंगे।' हालांकि, अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि यह ऐलान किसको लेकर होगा।
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में पिछले लंबे समय से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनातनी चल रही है। सैनिकों को पीछे करने की प्रक्रिया के तहत दोनों पक्षों के बीच लगातार बातचीत जारी रही है। इसी सिलसिले में शनिवार को दोनों देशों के सेनाओं के बीच दौलतबेग ओल्डी में मेजर जनरल स्तर की बातचीत हुई जिसमें टकराव टालने के उपायों पर चर्चा हुई। सेना की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है लेकिन सूत्रों ने सकारात्मक प्रगति होने का दावा किया है।