बलिया में वर्चस्व को लेकर जेल में भिड़े बंदी खूब चले ईंट पत्थर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया। कोरोना संक्रमण व जलजमाव की समस्या से जूझ रहे जिला कारागार में बंदियों का विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को वर्चस्व को लेकर बंदियों के गुटों में फिर संघर्ष हो गया। देखते ही देखते दोनों तरफ से ईट-पत्थर चलने लगे। इस घटना में आधा दर्जन बंदी चोटिल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य ने दोनो पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
रक्षाबंधन पर्व पर वर्चस्व को लेकर बंदियों के दो गुट आमने-सामने आ गए। फिर एक-दूसरे पर ईंट पत्थर चलाने लगे। इस घटना में आधा दर्जन बंदी चोटिल हो गए, जिनका उपचार जेल अस्पताल में हुआ। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे जेल अधिकारियों ने दोनों पक्षों को शांत कराया। सभी बंदियों को उनकी बैरकों में भेजा। जेल सूत्रों की मानें तो देवरिया का एक हत्यारोपित बंदी जेल के अंदर अपना वर्चस्व चलाना चाहता है, जिसके कारण आए दिन विवाद हो रहा है। देवरिया का यह बंदी प्रधान के नाम से ख्यात है। इसके कारण बंदी गुटों में बंट गए हैं। अक्सर विवाद करने वाले चिह्नित बंदियों को यदि जेल प्रशासन ने जल्द ही गैर जनपदों की जेलों में स्थानांतरित नहीं किया तो किसी दिन कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जेल परिसर में एक कैदी की पिटाई का वीडियो वायरल होने पर शासन ने दो डिप्टी जेलर व दो जेल वार्डेन को निलंबित कर दिया था। इस मामले में जेल अधीक्षक व जेलर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। शासन के निर्देश पर गोरखपुर से आए जेल डीआइजी डॉ.रामधनी राम ने तीन दिन रुक कर मामले की जांच की थी।
कैदियों की कलाई रह गई सूनी
कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष राखी पर्व पर बंदियों की कलाई सूनी रह गई। जेल में संक्रमण के बढ़ते खतरे व कैदियों की सुरक्षा को देखते हुए जेल प्रशासन ने राखी बांधने या देने आए परिजनों को बैरंग लौटा दिया। इससे कई बहनें मायूस होकर रोने लगीं। जेल प्रशासन ने कहा कि संक्रमण के बढ़ते खतरों को देखते हुए राखी पर्व के एक दिन पूर्व तक लिफाफे में राखी जमा करने की नोटिस चस्पा की गई थी। जिनकी राखी रविवार तक जमा थी, उन कैदियों तक पहुंचा दी गई है।
जेल परिसर में जल निकासी व कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी जेलकर्मी व अधिकारी लगे हुए हैं। जो बंदी संक्रमित नहीं हैं, उन्हें एक बैरक में रखा गया है, संख्या ज्यादा होने के कारण नहाने के दौरान कुछ कैदियों में सोमवार को हल्का विवाद हुआ था। बंदी रक्षकों ने तुरंत मामला शांत करा दिया।-प्रशांत मौर्या, जेल अधीक्षक