नौ साल बाद बेटे से मिली मां, बोली-दाढ़ी मूंछ कब आ गई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। वाराणसी में सामनेघाट स्थित अपना घर आश्रम में उस समय सभी भावुक हो गए, जब नौ साल बाद एक मां अपने बेटे से मिली। दोनों का करुण मिलन देख वहां हर किसी की आंखें नम हो गईं। बेटे को देखते ही मां की आंख भरभरा गई और कलेजे से लगाकर बोली, तुझे दाढ़ी-मूछ कब आ गई।
बिहार के खगड़िया जिले के बसहां गांव की घुरनी देवी के पति का देहांत बहुत पहले हो चुका था। वह दो बेटों और एक बेटी के साथ गांव पर रहती थीं। नौ साल पहले बड़े बेटे के साथ घर से निकलीं। मां और बेटे दोनों मानसिक रूप से बीमार थे। ऐसे में बाहर निकलने पर कब बेटे का साथ छूट गया पता ही नहीं चला।
एक साल पहले मंडुवाडीह स्टेशन के पास घुरनी देवी लावारिस हाल में मिलीं। अपना घर आश्रम को सूचना मिली तो वृद्धा को ले गए। यहां सेवा-सत्कार के साथ काउंसलिंग भी होती रही। आश्रम के डॉ. के. निरंजन ने बताया कि घुरनी देवी ने सबसे पहले अपनी बेटी के बारे में बताया।
बेटी के ससुराल का पता दरभंगा जिला बताया और गांव का नाम भी बताया। उक्त गांव के प्रधान से संपर्क कर मां की बात बेटी से कराई गई। इसके बाद इनके छोटे बेटे पुनियानंद पाठक से मां की बात हुई। बुधवार को पुनियानंद अपना घर आश्रम में मां को लेने पहुंचा। मां को विदा कराकर ले गया। डॉ. निरंजन ने बताया कि आश्रम से घुरनी देवी की एक माह की दवा और घर जाने का किराया भी दिया गया। पुनियानंद ठेले पर सामान बेचता है। बड़े बेटे का अब तक पता नहीं चल सका है।