वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग का खेल, मरीजों का आंकड़ा कम करने के लिए घटा दिए सैंपल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को रोकने के तमाम जतन अभी तक फेल साबित हुए हैं। इसी क्रम में अब पर्देदारी का खेल भी शुरू हो गया है। जिला प्रशासन का पूरा जोर जांच दर बढ़ाने को लेकर है। मगर पिछले कई दिनों से लगातार दो हजार के ऊपर जांच रिपोर्ट के परिणाम आने के बाद अचानक से रिपोर्ट की संख्या एक चौथाई तक कम होना महकमे की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाता है।
तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सीएचसी व पीएचसी पर सैंपलिंग दर बढ़ाने को लेकर अतिरिक्त टीमें गठित कर दी हैं। वहीं सर्विलांस टीम बढ़ाकर संदिग्ध मरीजों की पहचान व उनकी जांच भी सुनिश्चित कराई जा रही है। ऐसे में जांच रिपोर्ट का अचानक से कम होना कई सवाल खड़े करता है। हालांकि इन सबके बावजूद भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा कम नहीं हुआ है। सोमवार को 2053 जांच रिपोर्ट में से 7.84 फीसद नए पॉजिटिव मिले थे तो वहीं मंगलवार को 3354 जांच रिपोर्ट में से 4.77 फीसद ही संक्रमित थे। जबकि बुधवार को 595 जांच रिपोर्ट में से 21.34 फीसद नए संक्रमित मिले थे।
डीरेका द्वारा कोविड-19 महामारी रोकने हेतु की गई व्यापक व्यवस्था
डीजल रेल इंजन कारखाना प्रशासन द्वारा कोविड-19 महामारी की रोकथाम व डीरेका कर्मियों एवं उनके परिजनों की सुरक्षा हेतु महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। डीरेका प्रशासन भवन एवं कर्मशाला स्थित पूर्वी एवं पश्चिमी गेट के प्रवेश द्वार में ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनिंग, इवेंट रिकार्डर कैमरे के साथ स्थापित किया गया है। जिससे प्रतिदिन आने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आपूर्तिकर्ताओं का ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनिंग किया जाता है। इसी क्रम में अस्पताल में भर्ती एवं अपने आवास में आईसोलेट किए गये संक्रमित डीरेकाकर्मियों एवं उनके परीजनों की उचित देखभाल एवं सहायता हेतु स्वयं सहायता समूह का गठन किया है। यह समूह डीरेका के किसी कर्मचारी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने कि दशा में उनकी तथा उनके परिवार की हर संभव मदद करते हैं। आवश्यकता पडऩे पर सहायता समूह के सदस्य पीपीई किट, ग्लासेज, हैंड ग्लब्स पहन कर संक्रमित कर्मचारी से मिलकर उनकी समस्याओं का निवारण करते हैं।