गाजीपुर: पिकअप चालक का हेलमेट में काटा चालान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना महामारी में क्या आम क्या खास सभी परेशान हैं। इसमें भी पुलिस लोगों को बेवजह परेशान करने से बाज नहीं आ रही है। चालान और जुर्माना का अपना टारगेट पूरा करने के लिए बेवजह चालान कर दे रही है। ऐसा ही मामला बुधवार को सामने आया।
बरेसर पुलिस ने बाराचवर में एक पिकअप चालक को रोका और उसकी फोटो खींचकर हेलमेट नहीं पहनने पर चालान कर दिया। अब चालक भी हैरान है कि ये कौन सा कानून है कि चार पहिया वाहन चालक भी हेलमेट लगा कर चले। किसी तरह वह पिकअप चलाकर अपनी आजीविका चलाता है, पता नहीं उसका एक दिन का पांच रुपये पगार भी होगी की नहीं, लेकिन अब उसे हेलमेट नहीं पहनने के कारण पांच सौ रुपये भरना ही पड़ेगा।
बरेसर थाना क्षेत्र के लोहवा निवासी राजनाथ गोंड अपनी पिकअप लेकर कहीं से आ रहा था। तभी बाराचवर में बरेसर पुलिस ने चेकिग के दौरान इसे रोक दिया। उसकी फोटो अपने मोबाइल में क्लिक किया। सभी कागज सही मिलने पर पुलिस को कुछ न सूझा तो चालक का हेलमेट में ही पांच सौ रुपये का चालान कर दिया। कुछ देर जब उसके मोबाइल पर हेलमेट नहीं पहने कारण पांच रुपये का चालान कटने की जानकारी मिली तो वह अवाक रह गया। आनन-फानन में आनलाइन चेक कराया था, उसकी फोटो लगी थी, पिकअप के सामने और पांच सौ रुपये का चालान दिख रहा है।
अब सवाल यह है कि क्या पुलिस अपना टारगेट पूरा करने के लिए बेवजह लोगों का चालान काट देगी। इसका जवाब पुलिसकर्मियों के पास नहीं है। ऐसा मामला सिर्फ एक ही नहीं बल्कि कई हैं। कुछ दिनों पूर्व अनुप जायसवाल गाजीपुर से अपनी कार से अपने घर सैदपुर जा रहे थे। महाराजगंज रेलवे क्रसिग बंद होने के कारण किनारे गाड़ी खड़ा किए। इसके कुछ देर बाद नंदगंज पुलिस की गाड़ी पीछे आई।
गाड़ी में बैठे ही थानाध्यक्ष महोदय ने फोटो खींचकर चालान कर दिया वह भी पूरे 4100 रुपये का। इसकी जानकारी भी उन्हें कुछ देर बाद हुई जब मोबाइल पर मैसेज आया। उन्होंने सोशल मीडिया पर स्थानीय पुलिस के खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत भी की। अगर ऐसा हुआ है तो यह गलत है। मैं अभी संबंधितों से बात करता हूं। मामले की जांच कराउंगा और दोषी मिलने पर कार्रवाई भी की जाएगी, ताकि ऐसा दोबारा किसी के साथ ना हो सके।- गोपीनाथ सोनी, एएसपी सिटी।