गाजीपुर: पुलिस पूरी तरह से निरंकुश हो गयी है- रामधारी यादव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय लोहिया भवन पर जिला अध्यक्ष रामधारी यादव की अध्यक्षता में बैठक कर जमानिया विधानसभा के नगसर थाना अंतर्गत नूरपुर गांव में रिटायर्ड फौजी सहित परिवार के 9 सदस्यों की पुलिस द्वारा बेरहमी से की गई पिटाई एवं फर्जी मुकदमा दर्ज करने पर गहरा रोष व्यक्त किया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग किया।
जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने इस घटना की तीखे शब्दों में भर्त्सना करते हुए कहा की उत्तर प्रदेश की पुलिस पूरी तरह से निरंकुश हो गई है, वह अपराधियों के घर तो सलामी ठोक रही है और निर्दोष लोगों की पिटाई और उनसे धन उगाही कर रही है, उन्होंने कहा कि पुलिस का यह कुकृत्य ना काबिले बर्दाश्त है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, लगता है कि इस प्रदेश में सरकार नाम की कोई संस्था नहीं रह गई है।
कोरोना महामारी की आड़ में पुलिस छोटे कारोबारियों व ठेले खोमचे वालों को नाहक परेशान कर धन उगाही करने में मशगूल है, प्रदेश में चारों तरफ जंगलराज कायम है प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है, कानून के पालनहार ही कानून के भक्षक बन गये है। समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कहा कि प्रदेश की योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हैं, इस सरकार का ना कोई लक्ष्य है न विजन केवल अपने धार्मिक कार्ड खेलकर जनता का भावनात्मक शोषण कर रही है.
जनता के बुनियादी सवालों से उसका कुछ भी लेना देना नहीं है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है, इस राज में सवाल पूछना भी गुनाह हो गया है अन्याय, अत्याचार ,भ्रष्टाचार का चारों तरफ बोलबाला है, यह सरकार आज तक अपनी कोई योजना लागू नहीं कर पाई ,शहरों और समाजवादी योजनाओं का नाम बदलने के अलावा इस सरकार ने कुछ नहीं किया है। बैठक के अन्त में दो मिनट का मौन रखकर राज्यसभा सांसद एवं समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। इस बैठक में जिलाध्यक्ष रामधारी यादव के साथ मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव निजामुद्दीन का सदानंद यादव अशोक बिंद कन्हैया लाल विश्वकर्मा सिकंदर कनौजिया नन्हे खां राकेश यादव तहसीन अहमद राजेश कुमार यादव संग्राम बिंदु प्रभुनाथ राम आदि उपस्थित थे।