पूर्वांचल में नदियों का रुख एक बार फिर से बढ़ाव की ओर होने से तटवर्ती इलाकों में चिंता बढ़ी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। पूर्वांचल में नदियों का रुख एक बार दोबारा से बढ़ाव की ओर होने से तटवर्ती इलाकों में चिंता बढ़ गई है। खासकर मऊ और बलिया जिलेे में बीते चौबीस घंटाेें में तटवर्ती इलाकों के लगभग दर्जन भर घर सरयू नदी में विलीन हो गए। जबकि कई इलाकों में खेतों का भी बड़ा हिस्सा नदी की भेंट चढ़ गया। इससे तटवर्ती किसानों में काफी चिंता का माहौल है। केंद्रीय जल आयोग ने आगामी दिनों में कई नदियों में उफान की संभावना जताई है।
केंद्रीय जल आयोग द्वारा शनिवार की सुबह जारी रिपोर्ट के अनुसार बलिया जिले में सुबह आठ बजे 64.47 मीटर पर सरयूू का जलस्तर रिकार्ड किया गया है। इस तरह लगभग चौबीस घंटों में बीस सेंटीमीटर से अधिक का जलस्तर सरयू में बढ़ा हुआ दर्ज किया गया। बाढ़ की आशंका मेंं अब लोग अपने पशुओं को भी सुरक्षित ऊंचे स्थानों में करने में जुट गए हैं। जबकि निचले इलाकों में पानी भरने से फसल बर्बाद होने और पशुओं के चारे का भी संकट मऊ और बलिया जिले में सामने आने लगा है। वहीं गंगा और गोमती के जलस्तर में भी मामूली बढ़ाव दर्ज किया गया है। दूसरी ओर सोन और रिहंद बांध के जलस्तर में भी बढ़ाव दर्ज किया गया है।
जल आयोग की ओर से दोपहर में जारी रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर शनिवार को मामूली तौर पर बढ़ा है। जौनपुर में गोमती नदी में भी जलस्तर में इजाफा हुआ है। गंगा नदी में उफान आने पर पलट प्रवाह की वजह से वरुणा में भी उफान का दौर होगा। इसकी वजह से तटवर्ती लोगों के माथे पर अभी से चिंता की लकीर उभरने लगी है। जबकि सोनभद्र में पहाड़ी नदियों में उफान होनेे की वजह सेे कई गांवों का संपर्क बाधित हुआ है। आगे बारिश होने पर नदियों के जलस्तर में और इजाफा होगा।