कोरोना पर लखनऊ, कानपुर समेत 21 जिलों के डीएम से जवाब तलब
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर में टेलीफोन बंद होने, रिसीव न होने को ज्यादा गंभीरता से लिया है। इसमें लखनऊ व कानपुर समेत 21 जिले शामिल हैं। इन जिलों के अधिकारियों से पूछा गया है कि क्यों न आपके खिलाफ कार्रवाई शुरू करा दी जाए। सभी जिलाधिकारियों से कहा गया है कि इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर में सक्षम नोडल अधिकारियों तैनाती व उपस्थिति सुनिश्चित करें।
निर्देश हैं कि उनके नाम, मोबाइल नंबर व सेंटर के नंबर तीन दिन में उपलब्ध कराए जाएं। सभी इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर में टेलीफोन दुरुस्त रहें। साथ ही कमांड सेंटर से कोविड-19 के मरीजों व होम आइसोलेशन वालों से संवाद कर सहयोग किया जाए। यही नहीं, कमांड सेंटर में गड़बड़ियों को देखते हुए जिलों के डीएम से तीन दिन में जवाब-तलब किया गया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय की जांच के बाद नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने एक आदेश सभी जिलों को भेजा गया है।
इन जिलों में कड़ी कार्रवाई के आसार
बांदा, भदोही, बिजनौर, बदायूं, एटा, फर्रुखाबाद, गोंडा, जालौन, जौनपुर, रायबरेली, संभल, शामली, श्रावस्ती, महाराजगंज, महोबा, मैनपुरी, प्रतापगढ़, बागपत व हरदोई के डीएम से कहा गया है कि कमांड सेंटर में नोडल अधिकारी गायब रहे। जिन्होंने फोन उठाया वह कुछ बताने में असमर्थ रहे। मुख्यमंत्री ने इस पर अप्रसन्नता जाहिर की है। इस संबंध में नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण लेकर अपनी संस्तुति व कार्रवाई का प्रस्ताव तीन दिन में भेंजे।