मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, एकजुट रहिये- गोरखपुर की छवि संभालिए
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद और विधायकों को एकजुट रहने की सलाह देते हुए दस दिन में बिगड़ी गोरखपुर की छवि को संभालने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपस में सभी लोग एक दूसरे के साथ समझदारी से रहिए।
जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक
दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यक्रमों की शुरुआत जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक से की। सर्किट हाउस सभागार में हुई बैठक में नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल, विपिन सिंह, महेंद्र पाल सिंह, शीतल पांडेय, संत प्रसाद, फतेह बहादुर सिंह, संगीता यादव, सांसद कमलेश पासवान शामिल रहे। कोरोना संक्रमण के चलते बांसगांव विधायक विमलेश पासवान बैठक में उपस्थिति नहीं हुए। बैठक में गोरखपुर सांसद रवि किशन भी मौजूद रहे, जो सुबह ही दिल्ली से बैठक में हिस्सा लेने के लिए सड़क मार्ग से गोरखपुर पहुंचे थे।
सहायक अभियंता केके सिंह प्रकरण पर नहीं हुई चर्चा
बैठक खत्म होने के बाद निकले सांसद रवि किशन ने बताया कि जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने सहायक अभियंता केके सिंह के हालिया प्रकरण पर कोई विशेष बात विस्तार से नहीं की। उन्होंने बस सभी को एकजुट रहते हुए गोरखपुर की बिगड़ी छवि को संभालने का निर्देश दिया। सांसद रवि किशन ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनसे उन सड़कों को लेकर बातचीत की जिसके लिए वह केंद्रीय मंत्री नितीन गड़करी से मिलकर आए थे। मुख्यमंत्री हर विधायक से बारी बारी बात करते हुए उनके क्षेत्र की समस्याओं को जाना और सभी को निस्तारित करने का आश्वासन भी दिया।
नगर विधायक ने कहा विवाद नहीं संवाद हुआ
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता केके सिंह के तबादले की जिद पर अड़े नगर विधायक ने अभियंता के तबादले के बाद अब इसे पूरे प्रकरण को नया नाम दे दिया है। अभियंता के पक्ष में पत्र लिखने वाले सांसद रविकिशन और चार विधायकों को सोशल मीडिया पर नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले नगर विधायक ने कहा कि अभियंता प्रकरण में किसी से उनका विवाद नहीं हुआ। इसे विवाद की बजाय संवाद कहा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल होकर निकले नगर विधायक डा: राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे धैर्य के साथ हर विधायक काे निजी रूप से सुना। सभी से अलग अलग उनकी समस्याएं सुनीं। गोरखपुर में बाढ़ नहीं है तो मुझसे जलजमाव के बारे में पूछा। बिजली, नालों की समस्याएं सुनीं। हम सबको आवश्वस्त किया कि हम योजनाए बनवाएंगे। गोरखपुर की जलनिकासी को प्राथमिकता देंगे। हमने सर्वे कराया है। हम प्रयास करेंगे कि जलनिकासी की समस्या का संपूर्ण हल निकले। । अभियंता केके सिंह के हालिया प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर विधायक ने कहा कि उनका किसी विधायक से विवाद नहीं हुआ था, बल्कि उसे संवाद कहा जाए तो ठीक रहेगा।
इंसेफ्लाइटिस को हराया अब कोरोना की बारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिस प्रकार हमने इंसेफ्लाइटिस को मिशन मोड में आकर हराया है, ठीक उसी तरह कोरोना को भी हराएंगे। यह पूरे देश की लड़ाई है, जिसे हम सबको मिल कर लडऩा होगा। जब तक वैकसीन या दवा उपलब्ध नहीं हो जाती व्यापक जागरूकता से ही कोरोना पर काबू पाना होगा।
दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों से मुलाकात और उनके क्षेत्र की समस्याएं जानने के बाद पत्रकारों से बातचीत की। एनेक्सी भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री ने इंसेफ्लाइटिस के खिलाफ चली लंबी लड़ाई और इसकी जीत में भूमिका निभाने वाले पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल में लाखों मासूमों की मौत और उन्हें जीवन भर का दंश देने वाला इंसेफ्लाइटिस खत्म हो चुका है। इस मौसम में जब हजारों बच्चे इंसेफ्लाइटिस की चपेट में आ जाते थे, अब उनका आंकड़ा न के बराबर पर पहुंच गया है। यह संभव हुआ है तो अंतर विभागीय समन्वय से, जिसके चलते हम इंसेफ्लाइटिस से मौतों की संख्या 90 से 95 फीस कम कर पाए हैं। वर्ष 2016 से 2020 तक इसके लिए मिशन मोड में आकर काम किया गया था, उसी मिशन मोड के जरिये कोरोना को भी हराना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए कई निर्णयों का ही नतीजा है कि कोरोना नियंत्रण में है। उन्होंने इसके लिए ब्राजील और अमेरिका का तुलनात्मक आंकड़ा भी प्रस्तुत किया। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। यहां सबसे अधिक जांच हुई है, लेकिन संक्रमण और मृत्यु की दर सबसे कम है। यह समय कोरोना को लेकर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने का समय है, जिसमें सभी की भूमिका अहम है। मुख्यमंत्री ने इंसेफ्लाइटिस और कोरोना को लेकर कई आंकड़े भी प्रस्तुत किए।