राफेल लेकर भारत आ रहे 7 पायलट में एक विंग कमांडर यूपी के अभिषेक त्रिपाठी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, ट्रेन से नई दिल्ली से लखनऊ आने तथा जाने के दौरान हरदोई के संडीला रेलवे स्टेशन के विख्यात लड्ड के बाद अब संडीला को अभिषेक त्रिपाठी के नाम से भी याद किया जाएगा। संडीला के बरौनी निवासी अभिषेक त्रिपाठी देश के उन नामचीन पायलट में शामिल हैं, जो कि फ्रांस से राफेल विमान लेकर भारत आ रहे हैं। फिलहाल राफेल विमान दुबई में हैं और कल यानी 29 जुलाई को भारतीय सरजमीं पर उतरेंगे। विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी ने राफेल को लेकर फ्रांस से उड़ान भरी थी।
फ्रांस से भारत आ रहे लड़ाकू विमान राफेल को लेकर भारतवासियों में खासा उत्साह है, लेकिन हरदोई के संडीला कस्बा में तो जश्न का माहौल है। राफेल लड़ाकू विमान ला रहे विंग कमांडरों में हरदोई के संडीला की माटी से जुड़ा लाल भी है। मूलत: संडीला के बरौनी मुहल्ला निवासी सेल्स टैक्स कमिश्नर अनिल त्रिपाठी परिवार समेत जयपुर में रहते हैं। उनका बड़ा पुत्र अभिषेक त्रिपाठी विंग कमांडर है और सात विंग कमांडर में शामिल है जो कि राफेल विमान लेकर आ रहे हैं।
दुनिया के शक्तिशाली लड़ाकू विमानों में शुमार राफेल विमान फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भर चुका है। खास बात यह है कि पांच राफेल विमान में से एक को विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी ला रहे हैं। भारत ने जब राफेल डील की थी तो राफेल उड़ाने के लिए देश के जिन चुनिंदा विंग कमांडरों को प्रशिक्षण दिया गया था उनमें बरौनी निवासी विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी भी थे। जब पांच राफेल विमान की डिलीवरी फ्रांस की ओर से भारत को किए जाने की तैयारी की गई तो पांच विंग कमांडर राफेल लेने के लिए भेजे गए। उनमें अभिषेक त्रिपाठी शामिल हैं। अभिषेक अब तक कई बार संडीला के बरौनी के पैतृक आवास पर आकर परिजनों के साथ समय बिता चुके हैं।
संडीला में रहने वाले अभिषेक के चाचा सरोज त्रिपाठी समेत सभी खुश हैं और जश्न सा मना रहे हैं। अभिषेक के चचेरे भाई अनुराग त्रिपाठी का कहना है कि बचपन में अभिषेक कहता था कि वह हवाई जहाज उड़ाएगा, तो हम लोग कहते थे कि संडीला के ऊपर से जरूर लेकर जाना, अभिषेक त्रिपाठी एयरफोर्स में भर्ती होने के बाद से ही जहाज उड़ा रहा लेकिन फ्रांस से राफेल लेकर आ रहे विंग कमांडरों में शामिल होकर न उसने केवल अपना बल्कि जिले का नाम रोशन किया है। अभिषेक का जन्म और शिक्षा जयपुर में ही हुई, लेकिन संडीला में उसका परिवार रहता है। अब सभी बुधवार को उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब अभिषेक त्रिपाठी पंजाब के अंबाला एयरबेस पर राफेल से उतारेगा।
अम्बाला में राफेल के आगमन को लेकर तैयारी पूरी है। यहां पर राफेल का आगमन 29 जुलाई को होगा। सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जबकि एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है। भारत के राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के रूप में पांच विमान सोमवार को फ्रांस से रवाना हुए और अब वो संयुक्त अरब अमीरात के अल दफ्रा एयरबेस पर पहुंच गए हैं। विमानों को फ्रांस से यूएई पहुंचने में सात घंटों का वक्त लगा। यह विमान अल दफ्रा एयरबेस से उड़ान भरेंगे, तो सीधे भारत के अंबाला में लैंड करेंगे।
विमानों में संयुक्त अरब अमीरात के एयरबेस पर फ्रांस के टैंकरों से ईंधन भरा जाएगा। इसके बाद विमान अंबाला एयरबेस के लिए आगे का सफर तय करेंगे। फ्रांस से राफेल विमानों को 17 गोल्डेन एरोज कमांडिंग आफीसर के पायलट लेकर आ रहे हैं। सभी पायलटों को फ्रांसीसी दसॉल्ट एविएशन कंपनी द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। इन्हें अंबाला के एयरफोर्स स्टेशन पर 29 जुलाई को वायुसेना में शामिल किया जाएगा।
पूर्वी लद्दाख में चीन से तनातनी के बीच दुनिया का सबसे ताकतवार लड़ाकू विमान राफेल 29 जुलाई को भारत पहुंच जाएगा। भारतीय वायुसेना के फाइटर पायलट 7000 किलोमीटर की हवाई दूरी तय करके बुधवार को अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे। राफेल से भारतीय वायुसेना की मौजूदा ताकत में जबर्दस्त इजाफा होगा। पांचवी जेनरेशन के इस लड़ाकू जेट की मारक क्षमता जैसा लड़ाकू विमान चीन और पाकिस्तान के पास नहीं हैं।