उत्तर प्रदेश के मोस्ट माफियाओं में नंबर वन मुख्तार अंसारी, विकास दुबे से भी ज्यादा कुख्यात इस माफिया पर 40 से अधिक मुकदमे
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी गाजीपुर, मऊ, वाराणसी और जौनपुर में कुख्यात अपराधी के तौर पर जाने जाते हैं। मुख्तार अंसारी पर हत्या, अपहरण, रंगदारी, अवैध कब्जा सहित कुल 40 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। अपराध की दुनिया के साथ ही वर्ष 1995 में राजनीति की दुनिया में भी मुख्तार ने कदम रखा और 1996 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद लगातार पांच बार विधायक रहे। यह पिछले 15 सालों से जेल में है। इन दिनों मुख्तार पंजाब के रोपड़ जेल में बंद हैं।
यूपी में अपराध की दुनिया में मुख्तार अंसारी एक बड़ा नाम है। बाहुबली नेता के रूप में भी मुख्तार को जाना जाता है। इस पर मर्डर, किडनैपिंग समेत 40 से ज्यादा केस उसके खिलाफ दर्ज हैं। मुख्तार की दबंगई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह जेल में रहते हुए भी चुनाव जीतता है और अपने गैंग को भी चलाता है।
मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर के युसूफपुर में हुआ है। दादा इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष रहे, तो पिता कम्युनिस्ट नेता थे। मुख्तार को छात्र जीवन से ही दबंगई पसंद थी। 1988 में मुख्तार का नाम पहली बार हत्या के एक मामले से जुड़ा। हालांकि सबूतों के अभाव में वह बच निकला। इसके बाद 90 के दशक आते-आते वह ज़मीन के कारोबार और ठेकों की वजह से पूर्वांचल में अपराध की दुनिया में अपनी पैठ बना चुका था।
2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या से भी अंसारी का नाम काफी उछला और सालों चर्चा में रहा। इसके बाद 1996 में मुख्तार ने पहली बार राजनीति की दुनिया में कदम रखा और यूपी की मऊ सीट से विधानसभा का चुनाव जीता। इसके बाद पूर्वांचल में मुख्तार की तूती बोलने लगी।
अक्टूबर 2005 में मऊ में भड़की हिंसा के बाद मुख्तार ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। तभी से वो जेल में बंद हैं। मुख्तार पर आरोप है कि वो गाजीपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करोड़ रुपये के सरकारी ठेकों को नियंत्रित करता है। मुख्तार के दो बेटे हैं और दोनों करोड़पति हैं। भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर के वर्तमान सांसद हैं।
पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश के 33 टॉप मोस्ट अपराधियों की लिस्ट जारी की थी। जिसमें गाजीपुर के मुख्तार अंसारी युसूफपुर, उमेश राय (मुहम्मदाबाद) और त्रिभुवन सिंह (सैदपुर) के नाम भी शामिल हैं। मुख्तार अंसारी इसमें पहले नंबर पर हैं। इनके साथ ही वाराणसी के बृजेश सिंह, अतीक अहमद समेत 33 अपराधियों के नाम हैं। इनमें हिट लिस्ट में उमेश राय, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद सोहराब के नाम हैं। डीजीपी ने जल्द ही इनका कच्चा चिठ्ठा तलाशने की प्रक्रिया पर पुलिस को दिशा निर्देश जारी किए हैं।