टॉप मोस्ट माफिया मुख्तार अंसारी और परिवार की जमीनों का सत्यापन शुरू
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिले में शासन के निर्देश पर मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी सहित उनके परिवार के नाम से मौजूद जमीनों का सत्यापन शुरू कर दिया गया है। पूरी रिपोर्ट डीएम को भेजने के साथ ही इनकी पैमाइश की तैयारी प्रशासनिक स्तर पर की जा रही है।
इसका सीधा उद्देश्य अंसारी बंधुओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे को हटाना है। जिला प्रशासन द्वारा लगातार चल रही कार्रवाई से अंसारी बंधुओं की नींद हराम है।
जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य और पुलिस अधीक्षक डॉ ओम प्रकाश सिंह ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की स्पेशल मीटिंग दो दिन पहले बुलाई थी। जिसमें मुख्तार अंसारी एवं उनके परिजनों के नाम से जारी शस्त्र लाइसेंस, उनकी क्राइम हिस्ट्री और अवैध कब्जे की पूरी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है।
डीएम व एसपी के निर्देश के बाद जनपद के विभिन्न जिलों में अंसारी बंधुओं की जमीनों के कागजातों का सत्यापन का कार्य चल रहा है। साथ ही उनके द्वारा किए गए अवैध कब्जे की सूची भी तैयार की जा रही है। एसडीएम मुहम्मदाबाद के अनुसार, भांवरकोल ब्लॉक क्षेत्र के माचा सहित कई स्थानों पर अंसारी बंधुओं की काफी जमीन है।
प्रशासन को इसकी आशंका है कि यहां अपने प्रभाव के कारण ग्राम समाज की जमीन पर भी अंसारी बंधुओं ने कब्जा किया है। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। इन जमीनों के कागजातों को खंगाला जा रहा है। बहुत जल्द जमीन की पैमाइश भी कराई जाएगी।
इसके पहले भी मुख्तार अंसारी द्वारा जनपद मुख्यालय से सटे अंधऊ पर ताल की जमीन सहित अन्य अवैध कब्जे को ढहाने का काम किया गया है। उनके रिश्तेदार एवं परिवार के सदस्यों के नाम से ली गई जमीन का भी भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई की तैयारी चल रही है। देखा जाए तो मुख्तार अंसारी पर जिला प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है।
इससे अंसारी बंधुओं में जहां अफरा-तफरी मची हुई है, वहीं जनपदवासी भी एक के बाद एक हो रही कार्रवाई को लेकर चकित हैं। डीएम के निर्देश पर मुख्तार अंसारी की पत्नी, बड़े भाई पूर्व विधायक शिवगतुल्लाह अंसारी, सांसद अफजाल अंसारी समेत परिवार एवं करीबियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने और उसे जमा कराने की कार्रवाई अभी जारी है।
प्रशासन की मुख्तार अंसारी से जुड़े होटल, गोदाम और भूमि पर नजर गड़ी हुई है। कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने शहर में स्थित होटल के साथ ही गोदाम एवं कुछ जमीनों की भी पैमाइश की थी।
पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश के 33 टॉप मोस्ट अपराधियों की लिस्ट जारी की थी। जिसमें गाजीपुर के मुख्तार अंसारी युसूफपुर, उमेश राय (मुहम्मदाबाद) और त्रिभुवन सिंह (सैदपुर) के नाम भी शामिल हैं। मुख्तार अंसारी इसमें पहले नंबर पर हैं।
इनके साथ ही वाराणसी के बृजेश सिंह, अतीक अहमद समेत 33 अपराधियों के नाम हैं। इनमें हिट लिस्ट में उमेश राय, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद सोहराब के नाम हैं। डीजीपी ने जल्द ही इनका कच्चा चिठ्ठा तलाशने की प्रक्रिया पर पुलिस को दिशा निर्देश जारी किए हैं।
वर्तमान में मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं। बड़े कारनामों के कारण प्रदेश के माफिया नेताओं में मुख्तार अंसारी का नाम पहले पायदान पर रखा जाता है। 1988 में पहली बार हत्या के एक मामले में मुख्तार का नाम सामने आया था। इसके बाद वर्ष 1995 में मुख्तार अंसारी ने राजनीति की मुख्यधारा में कदम रखा। 1996 में मुख्तार अंसारी पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। इस समय भी वह मऊ विस क्षेत्र के विधायक हैं।