वाराणसी में कोरोना मरीजों का होटल में भी इलाज, डिस्चार्ज होने पर हुआ खुलासा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का एक होटल में भी इलाज होता रहा और इसकी भनक किसी को नहीं लगी। मंगलवार को बाबतपुर एयरपोर्ट के पास स्थित होटल से मरीजों को डिस्चार्ज करने पर खुलासा हुआ। यहां एक हफ्ते से इलाज चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का दावा है कि इसके बारे में जिला प्रशासन को बताया गया था। जबकि जिला प्रशासन ने शनिवार को होटल एसोसिएशन को पत्र लिखकर होटलों में इलाज की मंशा जाहिर करते हुए तीन होटलों का नाम मांगा था। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल पूरे मामले को गोपनीय रखने को लेकर उठ रहा है।
वाराणसी में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पांच कोविड अस्पताल बने हैं। शनिवार तक जिला अस्पाताल, ईएसआईसी, आयुर्वेद कालेज और बीएचयू में कोरोना मरीजों को भर्ती कर इलाज चल रहा था। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रविवार से डीरेका के अस्पताल में भी कोरोना मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू हुआ। शनिवार को ही जिला प्रशासन ने होटल एसोसिएशन और नर्सिंग होम एसोसिएशन से भी कोरोना मरीजों के इलाज में मदद मांगी। दोनों एसोसिएशन से दो दिनों के अंदर तीन-तीन होटल और अस्पताल का नाम मांगा गया। इससे पहले कि होटल या नर्सिंग होम के चयन की सूचना आती, बाबतपुर स्थित होटल में एक हफ्ते से कोरोना मरीजों का इलाज होने का खुलासा हो गया।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोजाना पॉजिटिव मरीजों, एक्टिव मरीजों और डिस्चार्ज की सूचना दी जाती है। लेकिन कभी नहीं बताया गया कि इन पांच अस्पतालों के अलावा किसी होटल में भी पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। मंगलवार को बाबतपुर स्थित होटल में फूल माला पहनाकर मरीजों को डिस्चार्ज किया और तस्वीरों के साथ इसकी सूचना जारी की तो यहां कोरोना का इलाज होने की जानकारी हुई।
होटल से बताया गया कि पहली जुलाई को पांच लोगों को उनके यहां भर्ती किया गया था। इसमें एक डॉक्टर, डाक्टर की पत्नी, दो बड़े कारोबारी और एक कारोबारी की पत्नी थी। इन मरीजों से सिंगल बेड के लिए प्रतिदिन 1300 रुपए लिये गए। इस बारे में सीएमओ डाक्टर वीबी सिंह का कहना है कि होटल में पेड इलाज शुरू किया गया है। इसकी सूचना सभी लोगों को दी गई थी। प्रशासन को संज्ञान में रखकर वहां पर इलाज शुरू किया गया था।