विकास दुबे का एनकाउंटर सही, उसे फेक नहीं कहा जा सकता - यूपी पुलिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली। दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों के एनकाउंटर के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी दलील में कहा कि विकास दुबे और उसके अन्य साथियों का एनकाउंटर सही है। इसे फेक नहीं कहा जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए सोमवार 20 जुलाई की तारीख तय की है। वकील घनश्याम उपाध्याय और अनूप प्रकाश अवस्थी की तरफ से दाखिल दो याचिकाओं पर शीर्ष अदालत सुनवाई कर रही है। सोमवार को सीजेआई एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली बेंच मामले की सुनवाई करेगी।
कानपुर के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर हमला हो गया था। इस घटना में डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। 2-3 जुलाई की रात हुई घटना का मुख्य आरोपी विकास दुबे था। इस अपराध को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने इस अपराध में शामिल आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस एनकाउंटर में विकास दुबे गैंग के पांच अपराधी मारे भी गए।
दूसरी तरफ, फरार चल रहे विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से पुलिस ने 9 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास को यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया। उज्जैन से कानपुर लाते समय यूपी एसटीएफ की गाड़ी मवेशियों को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हो कर पलट गई थी। इस मौके का फायदा उठाकर विकास दुबे पुलिस से पिस्टल छीन कर भागने लगा। यूपी एसटीएफ के पीछा करने पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में यूपी एसटीएफ की तरफ से की गई फायरिंग में 10 जुलाई को विकास दुबे मारा गया।
विकास दुबे और उसके साथियों के पुलिस एनकाउंटर को फेक बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दाखिल की गई हैं। अब इस मामले पर सोमवार को सुनवाई होगी।