गृहमंत्री अमित शाह आज करेंगे सोनभद्र के ईको पार्क का शिलान्यास, 80 एकड़ में 80 हजार पौधरोपण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, सोनभद्र। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बीना परियोजना में स्थानीय जीव एवं पादप के संरक्षण के दृष्टिगत बनाए जाने वाले हरित एवं जीवंत ईको पार्क का 23 जुलाई को शिलान्यास करेंगे। इसमें कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी भी उपस्थित रहेंगे। वैश्विक महामारी के दृष्टिगत यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगा। वहीं बीना परियोजना के महाप्रबंधक एलपी गोड़से ईको पार्क प्रांगण में भूमि पूजन कर आधारशिला रखेंगे। उसके बाद खदान क्षेत्र के ओवी सेक्शन में गुरुवार को पौधे लगाएं जाएंगे। नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के पीआरओ रामविजय सिंह ने बताया कि अभियान के तहत एनसीएल 80 एकड़ भूमि में 80 हजार से अधिक पौधों के रोपण के साथ 20 हजार से अधिक पौधों का वितरण करेगी। अभियान के दौरान वितरित किए जाने वाले फलदार पौधों में मुख्यत: आम, अनार, नींबू, आंवला, पपीता, अमरूद, केला, जामुन, कटहल शामिल रहेंगे। बीना क्षेत्र में स्थित इस ईको पार्क का अनुमानित क्षेत्र लगभग 70 हजार वर्ग मीटर हैं। यहां स्थित जलाशय की क्षमता लगभग दो लाख 10 हजार घन मीटर की है।
70 हजार वर्ग मीटर में होगा बीना का इकोपार्क, 2022 में लोकार्पित करने का लक्ष्य
गृहमंत्री अमित शाह द्वारा गुरुवार को शिलान्यास के साथ ही बीना में इकोपार्क बनाने की तैयारियां शुरू कर दी जाएगी। 70 हजार वर्ग मीटर में निर्धारित यह इकोपार्क जनपद ही नहीं वरन प्रदेश में अलग होगा। एनसीएल की ओर से इसके लिए विशेष खाका खींजने की योजना है। यह पार्क बीना परियोजना परिसर में ही रिहंद जलाशय के समीप होगा जो वहां जाने वालों के लिए स्वास्थ्यवर्धक भी सिद्ध होगा।
धरती पर बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए इन दिनों इकोपार्क की सबसे अधिक आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। ऐसे पार्क पर्यावरणनुकूल व रोजगार के साथ मनोरंजन के प्रमुख केंद्र होते हैं। उम्मीद तो जताई जा रही है कि इस पार्क में आकर्षित करने के लिए विशेष प्रकार के वृक्ष, घास का मैदान, रोज गार्डन, टॉपिकल ट्री गार्डन, बांस का जंगल, संगीत फव्वारा, फलों का बगीचा, बटरफ्लाई पार्क, फूड पार्क, चिल्ड्रन पार्क, शिल्पी कुटी, शिशु केन्द्र होंगे।
इसके अलावा पार्क में जैसे तीरंदाजी, बेबी साइकिलिंग, ई-वाइक, इको कार्ट, गेमिंग जोन, स्पीड बोट, पैडल बोङ्क्षटग, राइफल शूटिंग, रोलर स्केट्स, रिमोट कार, ट्रॉय ट्रेन की व्यवस्था करने की संभावना जताई जा रही है। वहीं अथितियों के ठहरने के लिए कॉटेज और कॉफेन्स हॉल की सुविधा हो सकती है। यानी ऐसी सुविधाएं इकोपार्क में होती है तो यह पार्क अपने आप में अनोखा साबित होगा। वहीं पार्क के भीतर की जलाशय की क्षमता लगभग दो लाख 10 हजार घन मीटर है। पार्क को लोकार्पित करने की संभावना 2022 का अंतिम महीना है।
बहरहाल, एनसीएल के पीआरओ राम विजय ङ्क्षसह ने बताया कि अभी तक बीना इको पार्क के विकास के अंतर्गत बाउंड्री वाल का निर्माण, बैठने के चबूतरे, टहलने के लिए पथ-वे के निर्माण, ट्यूब वेल के साथ जल आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी। पार्क में बच्चों के खेलने व्यवस्था होगी। इसके साथ ही इकोपार्क को बनाने में आने वाली लागत का आकलन किया जाएगा। और इसका निर्माण बहुत जल्द शुरू कर दिया जाएगा।