हर जिले में नए सिरे से तलाशे जाएंगे टॉप 10 अपराधी, अब एडीजी जोन को भी मिली जिम्मेदारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बाद उत्तर प्रदेश में टॉप 10 अपराधियों की सूची नए सिरे से तैयार किए जाने की कसरत शुरू हो गई है। सीएम योगी ने पहली बार एडीजी जोन की भी जिम्मेदारी इन अपराधियों की मॉनीटरिंग में तय कर दी है। 14 हजार से अधिक अपराधी और 25 से ज्यादा माफिया अब पुलिस के सीधे निशाने पर होंगे।
कोरोना संक्रमण के चलते पुलिस करीब तीन माह से अपराधियों की सूची को अपडेट ही नहीं कर सकी थी। अब इस पर काम शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने थाना स्तर से लेकर जिले के टॉप 10 अपराधियों की सूची तैयार करने को कहा है। करीब 1500 थानों में टॉप 10 अपराधियों की सूची और हर जिले के टॉप 10 अपराधियों की सूची नए सिरे से अपडेट की जाएगी।
जेलों के टॉप 10 भी होंगे सूचीबद्ध : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हर जिले के जेल में बंद टॉप 10 अपराधियों को सूचीबद्ध करने के साथ ही उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगाह रखने को कहा गया है। जेलों में बंद कई कुख्यात पहले से ही पुलिस के रडार पर रहे हैं। अब इनकी गतिविधियों पर और बारीकी से नजर रखे जाने को कहा गया है।
विकास पर और बढ़ेगा इनाम : कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर जल्द डीजीपी स्तर से ढाई लाख का इनाम घोषित किए जाने की तैयारी है। माना जा रहा है कि विकास पर एक लाख के इनाम की घोषणा के बाद डीजीपी उस पर सोमवार को ढाई लाख का इनाम घोषित कर सकते हैं। उसके बाद भी वह जल्द न पकड़ा गया तो शासन उस पर पांच लाख रुपये तक का इनाम घोषित कर सकता है।
सीएम योगी ने दिए ऑपरेशन क्लीन चलने के साफ संकेत : बता दें कि कानपुर कांड के बाद शनिवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया और आपराधिक गिरोह पर टूट पड़ो की नीति के तहत कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस दुर्दांत वारदात के बाद सीएम योगी ने एक बार फिर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से साफ कहा कि अपराधियों को वहीं पहुंचाइए, जहां उनकी जगह है। उन्होंने माफिया को नए सिरे से सूचीबद्ध कर अभियान के तहत उन पर शिकंजा कसने का भी कड़ा निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर कांड में फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व उसके साथियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पुलिस को एक सप्ताह का समय दिया है। कानपुर कांड के बाद अब एक बार फिर सूबे में अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन चलने के साफ संकेत हैं।