बलिया में ईओ की मौत के मामले में एसपी ने चालक से की पूछताछ, कई तथ्य आए सामने
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया। नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी रहीं मणिमंजरी राय की मौत की गुत्थी दिन-ब-दिन उलझती जा रही है। हर दिन अलग-अलग तरह की बात खुलकर सामने आ रही है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने ईओ के गाड़ी चालक चंदन वर्मा से सदर कोतवाली में घंटों गहन पूछताछ की। इस दौरान उसने कई अहम जानकारी भी पुलिस को दी। पुलिस उस आधार पर जांच को आगे बढ़ाने में जुटी हुई है। पुलिस ने आरोपित नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता के कई रिश्तेदारों के ठिकानों पर भी छापेमारी कर जांच की किंतु अध्यक्ष पकड़ से दूर रहे।
चालक चंदन वर्मा ने एसपी को यह भी बताया कि ईओ के रिश्तेदारों ने उसकी पिटाई की थी। इस बिंदु को भी पुलिस ने गंभीरता से लिया है। इस संबंध में ईओ के रिश्तेदारों से भी पुलिस पूछताछ कर सकती है। वाहन चालक ने पुलिस को यह भी बताया कि अधिशासी अधिकारी की बातचीत नायब तहसीलदार रजत कुमार सिंह से होती थी। वे लोग साथ घूमने भी जाते थे। बताया कि फाइल साइन कराने के लिए मैं चेयरमैन के यहां गया था, सम्भवत: इसी को लेकर मैडम नाराज थीं और शनिवार को मुझे गाड़ी से उतार दी थीं।
पुलिस इस पूरे मामले को तीन एंगिल से देख रही है। पहला दर्ज मुकदमे की तहरीर के हिसाब से विभागीय कारण तो दूसरा निजी संबंध व तीसरा अन्य पहलू है। पुलिस इन तीनों दिशाओं में अपनी जांच तेज कर दी है। इसमें सबसे अहम रोल बैरिया तहसील के नायब तहसीलदार रजत सिंह का बयान माना जा रहा है। पुलिस ने नोटिस देकर इन्हें व रेवती नगर पंचायत के ईओ मृदुल कुमार सिंह बुलाया था लेकिन दोनों अधिकारी अभी पुलिस के सामने नहीं आए हैं। काल डिटेल में अंतिम समय में ईओ से नायब तहसीलदार से ही लंबी हुई है। इसलिए पुलिस इनके बयान को अहम मान रही है। उसे उम्मीद है कि इनसे इस घटना में कुछ अहम सुराग मिल सकता है। सदर कोतवाल विपिन सिंह ने बताया कि नायब तहसीलदार व रेवती नगर पंचायत के ईओ से संपर्क किया गया है। ये दोनों अधिकारी जनपद से होने की जानकारी दिए है। कहा कि चालक ने ईओ के रिश्तेदारों पर मारपीट की बात बताई है।
नहीं आने पर जारी हो सकता है वारंट
ईओ मणिमंजरी राय के खुदकशी मामले में पुलिस बैरिया के नायब तहसीलदार रजत सिंह व रेवती नगर पंचायत के ईओ मृदुल कुमार सिंह को नोटिस देकर बयान के लिए बुलाया था लेेकिन ये दोनों अधिकारी सोमवार को भी सदर कोतवाली नहीं पहुंचे थे। विवेचक इंस्पेक्टर विपिन सिंह ने बताया कि नोटिस पर न आने पर न्यायालय से वारंट भी जारी किया जा सकता है।