पहले सोमवार पर उमड़े भक्त, CM योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में किया रुद्राभिषेक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। कोराना वायरस के संक्रमण के कारण फिजिकल डिंस्टेंसिंग का पालन करते हुए भक्तों ने सावन के पहले सोमवार पर आज देवाधिदेव भगवान शिव का दर्शन-पूजन किया। कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बाद भी लोग बड़ी संख्या में प्रदेश के विख्यात शिव मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी गोरखपुर के गोरक्षपीठ के मानसरोवर मंदिर में रुद्राभिषेक कर वैश्विक महामारी से निजात दिलाने की कामना की। इस दौरान वह मास्क भी लगाए थे।
उत्तर प्रदेश में सावन के पहले सोमवार को आज वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ ही गोरखपुर के गोरखनाथ, मेरठ के औघडऩाथ, लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर, कानपुर के बाबा आनंदेश्वर मंदिर, प्रयागराज के मनकामेश्वर मंदिर, लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ मंदिर में भारी भीड़ उमड़ी है। सभी जगह पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शिव भकत लम्बी-लम्बी कतार में लगकर अपने आराध्य का दर्शन करने का इंतजार कर रहे हैं। वाराणसी में सावन के पहले सोमवार को बाबा के दर्शन के लिए कई किलोमीटर लम्बी कतार लगी है। यहां पर यादव बंधु गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। सावन के पवित्र महीने की पहली सोमवारी पर प्रदेश के शिव मंदिरों में भक्त भगवान महादेव की पूजा कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से मंदिरों में इस बार पूजा-अर्चना के लिए खास विधि विधान तय किए गए हैं। लोगों को मंदिर के गर्भ गृह में आने की अनुमति नहीं है।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से तीन अलग-अलग मार्ग तैयार किए गए हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक गौरांग राठी ने बताया कि मैदागिन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर 4 के पांचो पांडव प्रवेश द्वार से प्रवेश दिया जाएगा जहां से श्रद्धालु रानी भवानी उत्तरी होते हुए गर्भ गृह के पूर्वी द्वार पर दर्शन कर दूसरे मार्ग से बाहर आएंगे।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को छह-छह घंटे पर किया जाएगा सेनेटाइज
राठी ने कहा कि मंदिर परिसर में किसी विग्रह, दीवार, या रेलिंग को स्पर्श करने से बचें। इससे संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर को हर छह घंटे पर सेनेटाइज किया जाएगा।
तीन मार्ग से प्रवेश
तीनों मार्ग में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसलिए मंदिर प्रशासन ने प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग करने की व्यवस्था कराई है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सभी श्रद्धालुओं को मास्क का प्रयोग अवश्य करना होगा। शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।
लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में भी तड़के से भक्त लम्बी लाइनों में लगे हैं। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है, इसी कारण लाइन काफी लम्बी होती जा रही है। लोग मास्क लगाकर मंदिर प्रांगण में अपने आराध्य का दर्शन कर रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया रुद्राभिषेक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गोरक्षपीठ के मानसरोवर मंदिर में भगवान शिव की पूजा की। सीएम योगी आदित्यनाथ तड़के ही मानसरोवर मंदिर पहुंचे और भोलेनाथ का दुग्धाभिषेक किया। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ मास्क पहने नजर आए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के पहले दिन व पहले सोमवार की दो स्थानों पर रुद्राभिषेक किया और मंगलकामना की। सुबह की नियमित पूजा के बाद मुख्यमंत्री सबसे पहले मानसरोवर मंदिर गए और वहां शिव मंदिर में रुद्राभिषेक किया।
दूसरा रुद्राभिषेक उन्होंने गोरखनाथ मंदिर परिसर में अपने आवास के शक्तिपीठ में किया। आनुष्ठानिक पूजा के दौरान उन्होंने 11 किलोग्राम पके हुए आम के रस, 11 लीटर दूध, जल, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगा जल और गन्ने के रस तैयार किया गया महाद्रव्य शिवलिंग पर अॢपत किया। सम्पूर्ण अनुष्ठान मन्दिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक ने अपने वेदपाठी शिष्यों के साथ सम्पन्न कराया।