मस्जिद में सामूहिक नमाज से ही भागेगा कोरोना - सपा सांसद शफीकुर रहमान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, सम्भल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार से विश्व भर के लोग बेहाल हैं। इसका निदान खोजा जा रहा है। विश्व के नामी वैज्ञानिक इसका टीका खोजने में लगे हैं जबकि समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बर्क का दावा है कि मस्जिदों में नमाज पढऩे से ही कोरोना भागेगा। अगर इससे निजात पानी है तो सरकार को मस्जिदों में नमाज की इजाजत देनी चाहिए।
योग गुरु बाबा रामदेव के बाद अब सम्भल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बर्क ने एंटी कोरोना फॉर्मूला खोज लिया है। डॉ. बर्क का दावा है कि मस्जिद में सामूहिक नमाज पढऩे से कोरोना वायरस भाग जाएगा। सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बर्क ने कहा है कि अगर देश से कोरोना भगाना है तो सरकारों को मुस्लिमों को मस्जिदों से नमाज अदा करने की इजाजत देनी होगी। वह ईद- उल-जुहा पर इस काम को शुरू कराने की इजाजत चाहते हैं। उन्होंने ईद -उल -जुहा के त्योहार के मौके पर मस्जिदों व ईदगाह में मुस्लिमों की सामूहिक नमाज पर पाबंदी को गलत बताया और कहा कि सरकार मस्जिद और ईदगाह में मुस्लिमों के नमाज करने पर लगी पाबंदी को हटाए, क्योंकि जब देश के सभी मुस्लिम मस्जिदों में नमाज पढ़ेंगे तभी यह मुल्क बचेगा। सांसद डॉ बर्क ने यह भी दावा किया कि जब तक देश के सारे मुस्लिम मस्जिदों में नमाज अदा नहीं करेंगे, कोरोना महामारी को भगाया नहीं जा सकता।
सांसद डॉ शफीकुर रहमान बर्क प्रदेश सरकार और जिला प्रसासन से खासे नाराज हैं। उन्होंने धमकी भी दी है कि मुस्लिमों को नमाज पढऩे से कोई भी नहीं रोक सकता है। ईद-उल-जुहा के त्यौहार लगने बाले पशओं के बाजार पर पाबंदी को लेकर भी नाराजगी जाहिर की है। सांसद ने तर्क देते हुए कहा है ईद उल जुहा मुस्लिमों का बड़ा त्यौहार है। जब मुस्लिम जानवरों की खरीदारी नहीं कर सकेंगे तो त्यौहार कैसे मनेगा। जिला प्रशासन को इसी कारण जानवरों की खरीदारी के लिए रोक हटानी चाहिए।
सम्भल में शुक्रवार को सांसद डॉ. बर्क ने कई मौलाना और मुस्लिम नेताओं के साथ डीएम अविनाश कृष्ण सिंह और एसपी यमुना प्रसाद से मुलाकात करके ईद उल जुहा के मौके पर मस्जिदों और ईदगाह पर सामूहिक नमाज की अनुमति की मांग की थी। जिसे डीएम अविनाश कृष्ण सिंह ने प्रदेश सरकार के आदेश का हवाला देते हुए शासन के किसी आदेश के बिना किसी भी तरह की अनुमति देने से इंकार कर दिया था।
गौरतलब है कि केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के संकट के चलते प्रदेश की सभी मस्जिदों में सामूहिक नमाज पर पाबंदी लगा रखी है। इस दौरान मस्जिदों में सिर्फ पांच लोगों को ही नमाज पढऩे की अनुमति दी गई है।