विधायक विजय मिश्र पर गुंडाएक्ट की कार्रवाई से सियासी उबाल, पुलिस ने कस दिया शिकंजा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही। निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्र पर गुंडाएक्ट के तहत कार्रवाई से सियासत गरमा गई। राज्यसभा चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी को वोट देने के बाद सुर्खियों में आए विधायक की मुसीबत बढ़ती दिख रही है। कार्रवाई होते ही जिले में सियासी दिग्गजों के मोबाइल फोन घनघनाने लगे। पुलिस की ओर से जारी आडियो और अपराधिक रिकार्ड भी सोशल मीडिया पर पलक झपकते ही वायरल होने लगा। सियासी गलियारों में तरह-तरह के कमेंट भी होते रहे।
ज्ञानपुर से लगातार चौथी बार विधायक रहे विजय मिश्र पर है। राज्यसभा चुनाव में जहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी को वोट दिया था तो वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा का खुलकर प्रचार किए थे। भाजपा में शामिल होने को लेकर भी कई बार सियासी अटकले लगाई गई थी। यही नहीं आरएसएस और भाजपा के कई दिग्गजों का उनके यहां आना-जाना लगा रहता है। पुलिस ने टोल प्लाजा संचालक गोपाल कृष्ण माहेश्वरी की आडियो को आधार बनाकर विधायक के खिलाफ गुंडाएक्ट की कार्रवाई की है। पुलिस के रिकार्ड में उनके खिलाफ पूर्वांचल के प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी और भदोही में 71 मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस की कार्रवाई की जानकारी जिले भर में जंगल में आग की तरह फैल गई। लोगों में इस मामले को कई तरह की चर्चा चल रहा है।
एमएलसी ने गृहमंत्री को भेजा पत्र, जांच कराने की मांग
विधायक विजय मिश्र की पत्नी एवं मीरजापुर-सोनभद्र विधान परिषद सदस्य रामलली मिश्र ने गृहमंत्री को पत्र भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। आरोप लगाया कि सुपारी किलर शूटर उसके पति की हत्या कराना चाहते हैं। प्रयागराज के शातिर शूटर भदोही में एक कथित भाजपा नेता और के यहां रुका था। पति की हत्या कराने के लिए वह शूटरों को पिस्टल और ग्यारह लाख रुपये भी दी थी। दर्जनों मोबाइल में सिम बदल कर हत्या की योजना बनाई गई है। वाराणसी जोन से बाहर के आइपीएस अधिकारी से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की।