मंत्री-आइपीएस अफसर समेत 224 को कोरोना, तीन मरीज की मौत; अब तक 3531 मामले
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। राजधानी में कोराेना की स्थिति भयावह बनी हुई है। मंत्री-आइपीएस अफसर समेत 224 में कोरोना की पुष्टि हुई है। आइपीएस नवनीत सिकेरा व मंत्री कमल रानी वरुण को कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं तीन लोगों की मौत हुई है। इसे लेकर अब तक राजधानी में 48 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 3531 लोगों में कोरोना की पुष्टि भी हो चुकी है। मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए जद्दोजहद भी करनी पड़ रही है। मरीजों की घंटों अस्पताल में शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है।
तीन लखनऊ व एक बिहार के मरीज की मौत
राजधानी के मालवीय नगर निवासी 36 वर्षीय पुरुष की तबियत खराब हो गई। उसकी जांच में काेरोना की पुष्टि हुई। 16 जुलाई को मरीज को केजीएमयू भर्ती कराया गया। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक मरीज में डायबिटीज व बीपी की समस्या थी। ऐसे में कार्डियो पल्मोनरी अरेस्ट हो गया। वेंटिलेटर पर इलाज के दरम्यान मरीज की सांसें थम गईं। वहीं लाल कुआं निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग को लोकबंधु से निजी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इसी दरम्यान उसकी मौत हो गई। वहीं शहर निवासी 64 वर्षीय मरीज को 16 जुलाई को भर्ती कराया गया शनिवार को उसकी मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज में पहुंची मरीज को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। राजधानी में कोविड से मृतकों की संख्या अब 48 पहुंच गई है। इसके अलावा एक बिहार निवासी 47 वर्षीय महिला की भी मौत हो गई।
मंत्री व आइपीएस अफसर समेत 224 को कोरोना
राजधानी में शनिवार को मंत्री व आइपीएस अफसर समेत 224 लोगों को कोरोना की पुष्टि हुई है। आइपीएस नवनीत सिकेरा को भी कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं राज्यमंत्री कमल रानी वरुण की जांच सिविल अस्पताल में हुई है। उन्हें पीजीआइ में भर्ती कराने का फैसला लिया गया है। नवनीत सिकेरा को आनंदी वाटर पार्क के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं कुल 224 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसमें इंदिरानगर के आठ, गोमतीनगर के 15, एलडीए कॉलोनी के तीन, आइआइएम रोड के तीन, पारा के दो समेत अन्य मरीज हैं। अब तक कुल 3531 मामले हो चुके हैं। वहीं 139 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं।
कर्मचारी में मिला कोरोना, सीएमओ दफ्तर बंद
सीएमओ कार्यालय में एक और कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आ गया। यह डाटा फीडिंग का काम करता था। वहीं पांच दिन से जुकाम-बुखार था। ऐसे में दफ्तर को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया।सीएमओ कार्यालय में कर्मचारियों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। सप्ताह भर में दूसरे कर्मचारी में वायरस की पुष्टि हुई है। इसमें जुकाम-बुखार की समस्या थी। ऐसे में छुट्टी पर भेज दिया गया। शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ऐसे में दफ्तर में हड़कंप मच गया। उसके संकर्प में आए आठ लोगों को क्वारंटाइन में भेजा गया। वहीं सुबह उच्चाधिकारी भी कार्यालय निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। उनमें भी संक्रमण का भय पसरा रहा।
तीन दिन बाद मिली एंबुलेंस
मोहनलालगंज में गुरुवार को तीन पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए। कई बार प्रयास के बावजूद एंबुलेंस नहीं मिल सकी। उन्हेंं शनिवार को अस्पताल भेजा जा सका। सीएचसी प्रभारी डॉ. ज्योति कामले के मुताबिक गुरुवार को सूचना सीएमओ कार्यालय भेज दी गई थी। ऐसे ही कई मरीज 24 घंटे से घरों में फंसे हैं।
12 घंटे बाद सिफारिश से भर्ती हुए डॉक्टर
जवाहर भवन के कोरोना कंट्रोल रूम में तैनात एक डॉक्टर की शुक्रवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शनिवार दोपहर डेढ़ बजे तक अस्पताल में शिफ्ट नहीं किए जा सके। ऐसे ही कानपुर रोड स्थित मानसरोवर योजना निवासी एक व्यक्ति को बुखार, सर्दी-जुकाम था। सीएमओ कंट्रोल रूम में फोन किया। मदद नहीं मिल सकी। गुरुवार को उनकी घर में ही मौत हो गई थी। उनके दो बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शुक्रवार शाम से परिवारजन बच्चों को भर्ती करने के लिए फोन करते रहे। शनिवार दोपहर में बच्चों को भर्ती किया जा सका।
राज्य मंत्री कमला रानी सहित अस्पताल के दो कर्मी भी निकले पॉजिटिव
सिविल अस्पताल में कोविड-19 की जांच के लिए शनिवार को करीब 150 लोगों के सैंपल लिए गए। वहीं, राज्य मंत्री कमला रानी की रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई। साथ ही अस्पताल के दो अन्य कर्मचारियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव निकली।
निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि कोरोना संदिग्ध लगने पर सिविल अस्पताल में राज्य मंत्री का सैंपल लिया गया था। शनिवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके अलावा अस्पताल के एक वार्डब्वॉय और एक स्टाफ नर्स की रिपोर्ट भी शनिवार को कोरोना पॉजिटिव निकली। वहीं, करीब 150 नए मरीजों के सैंपल भी लिए गए।
सोमवार से सिविल के डॉक्टरों की होगी स्क्रीनिंग: सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि अस्पताल में इमरजेंसी, ओपीडी, आइसोलेशन, ओटी स्टाफ सहित डॉक्टरों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। सबसे ज्यादा इमरजेंसी, ओपीडी व आइसोलेशन स्टाफ का सामना मरीजों से होता है इसलिए इनकी जांच के बाद सोमवार से सभी डॉक्टरों का टेस्ट होगा।
वहीं, बलरामपुर में शनिवार को करीब 48 मरीजों के कोरोना सैंपल लिए गए। जिनकी रिपोर्ट सोमवार तक आएगी।