गाजीपुर: सड़कें सुनी, बाजारों में सन्नाटा और दुकानों पर लटका रहा ताला, गहमर क्षेत्र में नहीं दिखा प्रतिबंध का असर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर 55 घंटे के प्रतिबंध के दूसरे दिन भी सड़कें सुनी रहीं, बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और दुकानों पर लटका रहा ताला। दिन व रात 24 घंटे सड़कों व मोहल्लों में पुलिस चक्रमण करती रही। गांवों में भी भ्रमण कर लोगों से घरों में ही रहने का पुलिस आह्वान करती रही। बिना वजह सड़कों पर घूम रहे लोगों के साथ पुलिस सख्ती से पेश आई सैकड़ों वाहनों का चालान करने के साथ बिना मास्क लगाए लोगों से जुर्माना भी वसूल किया।
शासन के 55 घंटे प्रतिबंध के दूसरे दिन जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य और पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने नगर सहित गांवों का चक्रमण किया। अपने मातहतों को आवश्यक निर्देश देने के साथ ही स्वयं भी शारीरिक दूरी बनाकर रहने का आह्वान किया। निर्देश दिया कि कोई भी अगर बेवजह घूमता दिखाई दे तो तत्काल कार्रवाई की जाए। इसके मद्देनजर पूरे जनपद में प्रशासन की काफी सख्ती दिखी और सभी अपने-अपने घरों में ही रहे।
गहमर क्षेत्र में नहीं दिखा प्रतिबंध का असर
गहमर : प्रशासनिक आदेश के बावजूद कई दुकानें खुली रहीं। दिनभर सब्जी व फल बिकते रहे। तहसीलदार सेवराई द्वारा दोपहर बाद आदर्श कोतवाली के पास खुली दुकानों को बंद कराया गया। बावजूद इसके तहसीलदार के जाते ही फिर से यथावत सभी दुकाने खुल गईं। क्षेत्र में लोग न तो शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं और ना ही मास्क लगा रहे हैं। सड़कों पर वाहनों की भी आवाजाही लगी रही। टू व्हीलर और थ्री व्हीलर, ई-रिक्शा सहित फोर व्हीलर भी क्षेत्र की सड़कों से फर्राटे भरते रहे। क्षेत्र में कई दुकानें ऐसी हैं जो घर से ही संचालित होती हैं। इस प्रकार की सभी दुकानें खुली रही।
सादात : स्थानीय बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्र के बाजार पूरी तरह से बंद रहे। मजुई, हुरमुजपुर, टाडा बैरख, मखदुमपुर, मौधियां आदि बाजार भी बंद रहे। पुलिस प्रशासन एनाउंसमेंट करके लोगों को सचेत करते रहे।
सील रहे यूपी-बिहार बार्डर
बारा : सूबे में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए यूपी-बिहार बार्डर को पुलिस ने सील कर दिया है। बेवजह वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है। चौकी प्रभारी बारा राजेश बहादुर सिंह ने बताया कि बार्डर से केवल उन्हीं वाहनों को आवागमन की अनुमति दी जा रही है, जो माल वाहक हैं या फिर अनुमति वाले तथा इमरजेंसी की स्थिति में जाने दिया जा रहा है। प्रतिबंध के दौरान बेवजह आवागमन करने वाले वाहनों को बार्डर से ही वापस भेज दिया गया। पुलिस ऐसे वाहनों को अनुमति दे रही है जो माल वाहक हैं या फिर इमरजेंसी की स्थिति में किसी को जाना पड़ रहा हो। उधर पुलिस द्वारा वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के बाद लोग पैदल ही बार्डर पार करते नजर आए।