PCS अधिकारी मणिमंजरी राय की मौत के मामले में वाहन चालक गिरफ्तार, अन्य पर भी शिकंजा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया। मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी की मौत के मामले में पुलिस ने आज उसके वाहन चालक रहे चंदन वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। चंदन वर्मा की गिरफ्तारी की पुष्टि अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने की है ।
बलिया के मनियर नगर पंचायत में बतौर ईओ तैनात मणिमंजरी राय की मौत के मामले में पुलिस की जांच अंतिम चरण में है। उम्मीद है पुलिस इसका खुलासा एक दो दिन में कर देगी। पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश तेज कर दी है। इस मामले के खुलासे के लिए पुलिस विभागीय जांच की तरफ भी ध्यान दे रही है। इस मामले में संलिप्तता के साक्ष्य प्राप्त होने के उपरांत पुलिस ने आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष व दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिया है ।
मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी की मौत के मामले में पुलिस ने आज उनके वाहन चालक रहे चंदन वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तारी की पुष्टि अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने की है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता सहित दो अन्य कर्मचारियों विनोद सिंह व अखिलेश की भी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है।
पुलिस ने दर्ज किया नायब तहसीलदार का बयान
मणिमंजरी राय की खुदकुशी मामला सुलझाने के लिए अब पुलिस सक्रिय है। इस मामले मेें बैरिया तहसील के नायब तहसीलदार रजत सिंह से पुलिस ने सदर कोतवाली में गहन पूछताछ की। पुलिस नायब तहसीलदार के बयान को इस मामले में अहम मान रही है। मणि मंजरी के काल डिटेल में नायब तहसीलदार से अंतिम बार बात हुई थी। इसके बाद से वह पूरी तरह सदमे में थे। कोतवाली में इंस्पेक्टर विपिन सिंह ने घटना से संबंधित सारे तथ्यों पर उनसे गहराई से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। पुलिस अब इनके बयान व वादी की तहरीर के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। ईओ के भाई विजयानंद की तहरीर पर सदर कोतवाली में दर्ज मुकदमे में आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज हो गए हैं। सदर कोतवाल ने बताया कि आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लगभग सुलझ गया मामला
नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय की खुदकुशी की गुत्थी को पुलिस ने लगभग सुलझा लिया है। डीआइजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे खुद बैरिया तहसील के नायब तहसीलदार रजत ङ्क्षसह व वाहन चालक चंदन वर्मा से पूछताछ की है। पुलिस इस मामले को विभागीय व निजी संबंधों से जोड़कर जांच कर रही है। मणिमंजरी की काल डिटेल में नायब तहसीलदार से लंबी बातचीत आई है। पुलिस ने नायब तहसीलदार को नोटिस दिया था। मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंच गए। नायब तहसीलदार से अभी पूछताछ की कवायद हो ही रही थी कि पुलिस उप महानिरीक्षक के खुद पूछताछ करने की बात पर मामला रुक गया।
इस दौरान डीआइजी ने इस मामले में अब तक की हुई जांच प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। नायब तहसीलदार का इस मामले में नाम मणिमंजरी के मोबाइल फोन की काल डिटेल व वाहन चालक चंदन वर्मा के बयान के बाद आया है। सदर कोतवाल विपिन सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस लगभग घटना की तह तक पहुंच गई है।
गौरतलब है छह जुलाई की रात को शहर के आवास विकास कालोनी स्थित फ्लैट में ईओ मणिमंजरी राय का शव अपने कमरे मेें लटकता मिला था। इससे ठीक पहले उसकी बैरिया तहसीलदार रजत ङ्क्षसह से लंबी बातचीत हुई थीं। इस मामले के आरोपितों में से अभी तक केवल चालक ही पकड़ा गया है।
परिजनों को मिला नोटिस
कोतवाली पुलिस सोमवार को ईओ मणिमंजरी राय के गांव गाजीपुर स्थित कनुआन पहुंची, जहां मामले में बयान देने के लिए परिजनों को नोटिस दिया गया। ईओ के दोनों भाइयों को 18 जुलाई को सदर कोतवाली बुलाया गया है। परिवार वालों ने पुलिस से श्राद्धकर्म के बाद आने की बात कहीं है। ईओ के भाई विजयानंद राय ने बताया कि दो पुलिस वाले नोटिस लेकर आए थे।
भाई ने केस को कमजोर करने का लगाया आरोप
ईओ मणिमंजरी राय के भाई विजयानंद ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच न्यायसंगत होगी। बुधवार को सपा नेता नारद राय के साथ ईओ के भाई ने जिलाधिकारी हरि प्रताप शाही से मुलाकात की। जांच के लिए डीएम को सौंपे गए पत्र में लिखा है कि शासन से धनराशि प्राप्त करने के लिए उनकी बहन का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर पत्र भेजा गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच की संस्तुति के लिए यह प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है। आरोप लगाया कि पुलिस केस को कमजोर कर रही है। इस प्रकरण में पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय ने पुलिसिया जांच को लेकर सवाल उठाया।