गाजीपुर: नागपंचमी पर अखाड़ों की कुश्ती पर कोरोना का कहर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. खानपुर, भारतीय परंपरा में हर त्योहार का अपना अलग महत्व रहता है। नाग और पहलवानों के लिए नागपंचमी का दिन विशेष होता है। एक ओर लोग नाग देवता की पूजा करते हैं वहीं अखाड़ों में पहलवान जोर आजमाइश करते हैं। सदियों से चली आ रही परंपरा इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते सिर्फ औपचारिकता मात्र रह जाएगी। क्षेत्र के आधा दर्जन अखाड़ों में नागपंचमी के दिन होने वाले दंगल को स्थगित कर दिया गया है।
बहुरा के कुश्ती कोच साहब पाल कहते हैं कि पहलवानों में अपने सेहत और स्वास्थ्य को लेकर बहुत जागरूकता रहती है। संक्रमण काल में अखाड़ों पर होने वाले कार्यक्रमों को रोक दिया गया है। गदनपुर के कुश्ती आयोजक रामबचन यादव कहते हैं कि नागपंचमी पर अखाड़ों में कुश्ती के अलावा कई तरह के प्रतियोगिताएं होती हैं। ऊंची कूद, लंबी कूद, गदा फेरना, डंबल भांजना, दंड सपाट, जोड़ी फेरना, कबड्डी जैसे कई खेलों की प्रतियोगिताएं होती हैं। नागपंचमी से एक महीने पहले ही अखाड़ों को तैयार किया जाता है लेकिन इस वर्ष कोरोना बीमारी की वजह से अखाड़ों में सन्नाटा पसरा है। नियमित कसरत करने वाले पहलवान बाग बगीचों में या अखाड़ों पर शारीरिक दूरी बनाकर मेहनत कर रहे हैं। पहलवानों का कहना है कि अच्छी तरह से कुश्ती का अभ्यास नहीं हो पा रहा है। नागपंचमी पर किसी प्रतियोगिता में भाग लेना संभव नहीं है।