कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर CM योगी के तेवर सख्त, दो CMO का तबादला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रसार के कारण काफी सख्त हैं। लगातार कई टीम बनाने के साथ ही रोज समीक्षा करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुक्रवार को कानपुर के साथ बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हटाया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने आवास पर टीम-11 के साथ कोरोना वायरस की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उनके तेवर काफी सख्त थे। कानपुर के सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला तथा बलिया के सीएमओ डॉ. प्रीतम कुमार मिश्रा को उनके पद से हटाया गया है। लखनऊ में चिकित्सा महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा को सीएमओ कानपुर के पद पर तैनात किया गया है। सीएमओ कानपुर डॉ. अशोक शुक्ला लखनऊ में डॉ. अनिल कुमार मिश्रा की जगह लेंगे। बलिया में सीएमओ का पद पर कुशीनगर जिला संयुकत चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. जितेंद्र पाल संभालेंगे। डॉ. प्रीतम कुमार मिश्रा को वरिष्ठ परामर्शदाता जिला चिकित्सालय गोण्डा में तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में कहा कि प्रभावी सॢवलांसिंग के लिए पूरे प्रदेश में एक लाख लोगों की टीम गठित की जाए। बड़े जिलों की प्रभावी निगरानी की जाए। वहां पर शनिवार तथा रविवार को बाजारों की बंदी में बंदी का कड़ाई से पालन किया जाए। इसके साथ ही, इन दोनों ही दिनों में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन के कार्य प्रभावी ढंग से किए जाएं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एयरपोर्ट तथा रेलवे स्टेशनों पर मौजूद इन्फ्रारेड स्कैनर्स तथा पल्स ऑक्सीमीटरों को क्लाउड के माध्यम से आपस में जोड़ते हुए ऑनलाइन करें। जिससे इस डेटा का उपयोग कोविड-19 से प्रभावी ढंग से निपटने में किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में एंटीलार्वा रसायन के छिड़काव और फॉगिंग करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समस्त वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस में वेंटिलेटर कार्यशील रहें। ट्रेनिंग गतिविधियों को और तेज करते हुए वेंटिलेटर संचालन के लिए टेक्निशियन को भी प्रशिक्षित किया जाए। हर एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की अनिवार्य उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यह पहले से तय रखा जाए कि मरीज को एम्बुलेंस से किस चिकित्सालय में पहुंचाकर भर्ती करना है। सभी एम्बुलेंस में आवश्यक रूप से ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे निपटने के लिए सभी को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेन्सिंग का अनुपालन करना आवश्यक है। कोविड-19 के 80 प्रतिशत मरीज एसिम्पटोमैटिक या माइल्ड हैं, जबकि 15 प्रतिशत मरीज मॉडरेट हैं। इसके अलावा, 5 प्रतिशत मरीज ही सीवियर/क्रिटिकल हैं। एसिम्पटोमैटिक या माइल्ड मरीजों का होम आइसोलेशन किया जाना चाहिए। इस दौरान बुजुर्गों व बच्चों को आइसोलेट किए गए व्यक्ति से अलग रखना चाहिए। यदि ऐसे मरीज की अंतिम रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो भी उसे 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखना चाहिए। कोविड-19 के लक्षणों वाले लोगों की सूचना स्वास्थ्य केन्द्रों पर यथाशीघ्र दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जनपदों में न्यूनतम 500 रैपिड एन्टीजन टेस्ट प्रतिदिन तथा 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में प्रत्येक दिन कम से कम एक हजार रैपिड एन्टीजन टेस्ट किए जाएं। टेस्ट में संक्रमित होने की दशा में यथाशीघ्र कोविड अस्पताल भेजा जाए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग छोटे जनपदों में पांच हजार तथा बड़े जनपदों में दस हजार टेस्टिंग किट की उपलब्धता हमेशा बनाए रखे। सॢवलांस टीम के सर्वे में संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए जाने वाले व्यक्तियों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट किया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान स्पष्ट किया कि इस कार्य में सम्बन्धित जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। शहरी क्षेत्रों में सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वे के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सर्विलांसटीमों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए। सर्वे गतिविधियों को मिशन मोड पर संचालित किया जाए।
उन्होंने सभी कन्टेनमेंट जोन में निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि शनिवार व रविवार को संचालित होने वाले विशेष स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान के कार्यों को परखने हेतु भी ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाए। मेडिकल स्क्रीनिंग, एम्बुलेंस सेवा तथा सर्विलांस गतिविधियों के सम्बन्ध में राज्य मुख्यालय तथा जनपद स्तर पर एकीकृत कमाण्ड सेन्टर की स्थापना के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इसका संचालन कार्यालय में लागू व्यवस्था की तर्ज पर किया जाए।
लखनऊ में निरीक्षण करने निकले अपर मुख्य सचिव
राजधानी लखनऊ में कोरोना के बिगड़े हालात के कारण यहां रोज कोरोना संक्रमित संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है। यहां पर नोडल अधिकारी समेत तमाम फार्मूले फेल है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी लखनऊ में खुद स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा ले रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ के बड़े फैसले
मुख्यमंत्री ने गुरुवार रात अपने आवास पर अधिकारियों व डाक्टर्स के साथ बैठक की थी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े फैसले लेते हुए सख्ती का संकेत दे दिया है। केजीएमयू के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि वर्तमान में बारिश की वजह से वायु में नमी आ बढ़ गयी है, जिसके कारण यह संक्रमण बढ़ रहा है।
मास्क न पहने वालों से पांच सौ रुपये जुर्माना वसूला जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने और मरीजों की निगरानी के लिए एक प्रभावी मॉडल तैयार किया जाए। उन्होंने पीजीआई, केजीएमयू, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशकों व वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम बनाने के निर्देश दिया।