वाराणसी और मिर्जापुर में नए कोरोना लैब का सीएम योगी ने किया शुभारंभ, बीएचयू पर घटेगा लोड
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बनारस मिर्जापुर में कोरोना जांच लैब का लोकार्पण किया। वाराणसी में कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल परिसर में बने लैब में जांच एक हफ्ते बाद ही शुरू हो पाएगी क्योंकि अभी यहां माइक्रो बायोलॉजिस्ट समेत कई पदों पर नियुक्तियां होनी हैं। जबकि मिर्जापुर में शुभारंभ के साथ ही सैंपल की जांच शुरू हो गई है। नए लैब से बीएचयू पर लोड कम होगा। सोनभद्र और भदोही के सैंपल भी अब मिर्जापुर जाएंगे। दोनों लैब में रोजाना 150 से 200 तक सैंपल जांच हो सकेगी।
वाराणसी के मंडलीय अस्पताल में करीब दो करोड़ की लागत से लैब का निर्माण दो माह में हुआ है। यहां रियल टाइम (आरटी) पेरीमिरेज चेन रिएक्शन (पीसीआर) जांच होगी। लैब में आरटीपीसीआर मशीन इंस्टॉल हो गई है। माइक्रो बायोलॉजिस्ट की नियुक्ति के बाद लैब के रजिस्ट्रेशन के लिए आइसीएमआर को डॉक्यूमेंट भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया में करीब एक सप्ताह लगेगा।
इस लैब में माइक्रो बायोलॉजिस्ट के अलावा एक साइंटिस्ट, दो लैब टेक्नीशियन, दो लैब असिस्टेंट, एक डाटा ऑपरेटर का पद स्वीकृत है। इनमें साइंटिस्ट और लैब टेक्नीशियन की ज्वाइनिंग हो चुकी है। डाटा ऑपरेटर और लैब असिस्टेंट की नियुक्ति सीएमओ करेंगे। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि इस लैब के शुरू होने के बाद बनारस और आसपास के जिले के लोगों को काफी फायदा होगा। मंडलीय अस्पताल के एसआईसी डॉ. बीएन श्रीवास्तव ने बताया कि यहां की कोरोना लैब में सैंपल जांच की रिपोर्ट ई-मेल से बीएचयू भेजी जाएगी। बीएचयू की अनुमति के बाद ही रिपोर्ट सार्वजनिक होगी।
मिर्जापुर में मंडलीय अस्पताल में स्थापित वीएसएल-2 लैब के लोकापर्ण के अवसर पर सीएमओं डा. ओपी तिवारी ने बताया कि जांच प्रारम्भ हो जाने से विंध्याचल मंडल के मरीजों को रिपोर्ट के लिए कई दिनों तक इन्तजार नहीं करना पडेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद अनुप्रिया पटेल ने मंडलीय जिला चिकित्सालय में स्थापित वीएसएल-2 लैब का लोकार्पण किए जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रति आभार व्यक्त किया।
कहाकि इस लैब के प्रारम्भ होने से कोरोना की जांच मण्डलीय जिला चिकित्सालय में शुरू हो जाएगी। जांच के प्रारम्भ हो जाने से विंध्याचल मंडल के मरीजों को रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। साथ ही अन्य जिलों पर जांच की निर्भरता से मिर्जापुर को मुक्ति मिल गयी। वहीं जल्दी रिपोर्ट मिल जाने से संक्रमण के फैलाव को रोकने में काफी मदद मिलेगी।