विधायक विजय मिश्रा पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही। टाेल प्लाजा लालानगर संचालक को धमकी और रंगदारी मांगने के आरोप में निषाद पार्टी के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र के खिलाफ गुंडाएक्ट की कार्रवाई की संस्तुति की गई है। उनके खिलाफ औराई कोतवाली में गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रयागराज, मीरजापुर और भदोही में उनके खिलाफ 71 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस लाइन सभागार में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि ज्ञानपुर विधाययक अपने लोगों को टोल प्लाजा लालानगर का टेंडर दिलवाना चाहते थे। जिनके नाम से वह टोल प्लाजा लेना चाहते थे उन्हें नहीं मिला।
आडियो क्लिप जांच में पाया गया सही
इसी को लेकर टोल प्लाजा संचालक गोपाल कृष्ण माहेश्वरी को धमकी देते हुए रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। इसका आडियो क्लिप पुलिस को मिली। जिसकी जांच प्रभारी निरीक्षक औराई से कराई गई। मामला सही मिलने पर उनके खिलाफ गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया कि विधायक दुर्दांत अपराधी हैं, इससे भयभीत व्यापारी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराना चाहता है। एसपी ने बताय कि विजय मिश्र के खिलाफ प्रयागराज,मीरजापुर और भदोही आदि जिलों में हत्या और हत्या के प्रयास के 71 मुकदमे दर्ज हैं।
न्याय नहीं मिला तो सीएम आवास पर करेंगे आत्मदाह : विजय मिश्र
विधायक विजय मिश्र का कहना है कि अपराधियों से मिलकर पुलिस हत्या करवाना चाहती है। इसके पहले वह और उनकी पत्नी एमएलसी रामलली ने कई बार शिकायत की लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की। ब्राह्मणों को खोज-खोज कर हत्या कराया जा रहा है। उनके द्वार किसी को भी धमकी नहीं दी गई। बसपा सरकार में वाराणसी जोन के एडीजी प्रयागराज के एसपी थे। उन्होंने नंदी मामले में फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया था। हत्या की साजिश करने वाले अपराधियों की जांच वाराणसी जोन से बाहर कराने की मांग की थी। पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहे थे इसलिए जुबान बंद करने के लिए यह कार्रवाई की गई है।
ब्लाक प्रमुख ज्ञानपुर ने विजय मिश्र से बताया था जान का खतरा
बीते 19 जून को ब्लाक प्रमुख ज्ञानपुर मनीष मिश्र ने ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र से जान का खतरा बताया था। गोपीगंज स्थित ब्लाक आफिस में प्रेस कांफ्रेंस कर ब्लाक प्रमुख और उनकी पत्नी बिंदु मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाया था। मनीष का कहना था कि कि शूटरों से संबंध की पुष्टि होने पर वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। विधायक द्वारा उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश रची जा रही है।