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वाराणसी में 16 किमी का रोप-वे, 13 किमी की लाइट मेट्रो पर तैयार प्लान को दिया जाएगा अंतिम रूप

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के कायाकल्प का प्लान प्रधानमंत्री कार्यालय में हुआ है जिसको लेकर प्रदेश सरकार ने सक्रियता बढ़ाई है। शहर को जाम से मुक्त करने की योजनाओं पर खासा जोर है। फ्लाइओवर, लाइट मेट्रो, रोप-वे, गंगा में फेरी सर्विस, डेडिकेटेड पाथ-वे और ई-रिक्शा कारिडोर की फिजिबिलटी रिपोर्ट के आधार पर तैयार प्लान को अंतिम रूप दिए जाएगा। विकास योजनाओं में प्रमुख रेल इंडिया टेक्निकल और इकॉनमिक सर्विसेज (राइट्स) द्वारा तैयार पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्लेटफार्म परियोजना पर करीब 12 हजार करोड़ खर्च आएगा।

वाराणसी विकास प्राधिकरण के जरिए बने राइट्स के प्लान में बाबतपुर रोड स्थित भेल से लंका तक 13 किलोमीटर तक लाइट मेट्रो चलाने का प्रस्ताव है। लाइट मेट्रो के 13 स्टेशन होंगे। इसके अलावा 16 किलोमीटर लंबे रोप-वे से पुराने शहर को इंटरकनेक्ट किया जाएगा। इसी तरह शहर की सड़कें चौड़ी करके इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। खिड़किया घाट से अस्सी तक वॉटर वेज के तहत फेरी सर्विस शुरू होगी। इससे लोग कम समय और कम खर्च में एक से दूसरे हिस्से में पहुंच सकेंगे।

शहर की घनी आबादी में रोप-वे
प्लान के अनुसार वरुणा नदी के किनारे से रोप-वे गंगा तक संगम क्षेत्र सराय मोहाना जाएगा जहां से गंगा किनारे के खिड़किया धाट को जोड़ा जाएगा। इस घाट से पर्यटकों के लिए गंगा में प्रस्तावित फेरी सर्विस की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा शहर के सघन इलाकों में भी रोप-वे प्रस्तावित है। मसलन, गोदौलिया से दशाश्वमेध, कैंट स्टेशन से सिटी स्टेशन तक रोप-वे बनाया जाएगा।

वरुणा नदी के किनारे टूरिस्ट ट्रैक
वरुणा नदी के किनारे बने कारिडोर के एक पाथ-वे को टूरिस्ट ट्रैक के रूप में परिवर्ति किया जाएगा। चुनार के लाल पत्थर से ट्रैक निर्माण होगा। किनारे 50 मीटर की हरित पट्टी बनाई जाएगी। इस हरित पट्टी को आकर्षक रूप दिया जाएगा। रास्ते में कई स्थानों पर बनारसी सामान की दुकानें, फूड प्लाजा, हेरिटेज लाइट, लाइट एंड साउंड सिस्टम आदि लगाए जाएंगे।

जुड़ेंगे छावनी क्षेत्र के होटल
वरुणा नदी के किनारे छावनी क्षेत्र में आलीशान होटल स्थित हैं। इन होटलों को टूरिस्ट ट्रैक व रोप-वे से जोड़ा जाएगा। पर्यटन विभाग की ओर से आकर्षक इलेक्ट्रिक वाहन संचालित किए जाएंगे जो वरुणापुल, चौकाघाट, ढेलवरिया, नक्खी घाट, पुरानापुल, पुल कोहना, सरैया होते हुए सराय मोहाना तक जाएंगे। यह टूरिस्ट ट्रैक करीब 10 किलोमीटर का होगा।

फेरी-फेरी सर्विस से जुड़ेगा रोप-वे
खिड़किया घाट पर प्लेट फार्म बनेगा जिसे गंगा में जल परिवहन की ओर से प्रस्तावित फेरी-फेरी सॢवस से जोड़ा जाएगा। फेरी सर्विस चौबेपुर के कैथी से शूलटंकेश्वर तक संचालित करने की योजना है जिसके तहत स्टीमर चलेंगे और पर्यटकों को गंगा विहार कराते हुए मणिकर्णिका, मान मंदिर, श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार, केदारनाथ, जगन्नाथ मंदिर, अस्सी के अलावा सामाने घाट से बीएचयू को जोड़ते हुए विभिन्न पर्यटन स्थलों तक ले जाएंगे।

इन पर होगा फोकस

-शहर में वाहनों का कितना है घनत्व

-मेट्रो संचालन कितना होगा कारगर

-मेट्रो लाइन के दोनों ओर लास्ट माइल कनेक्टविटी

-लागत से 50 फीसदी कम किया जाएगा खर्च

-शहर के बाहरी इलाकों में संचालन की सम्भावना

-रोप-वे के साथ लाइट मेट्रो या मोनो रेल की ज्यादा संभावना

-छोटी बोगी व छोटे पिलर का प्लान

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