दो से तीन दिनों में दस्तक देगा मानसून, पूरा उत्तर प्रदेश होगा तरबतर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मानसून को लेकर खुशखबरी है. इसके लिए अब 20 जून तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बंगाल की खाड़ी से उठने वाली मानसूनी हवाएं 2 से 3 दिनों में यूपी में प्रवेश करने वाली हैं. मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अगले 2 से 3 दिनों में मानसून की पहली बारिश संभव है. सबसे पहले पूर्वांचल के इलाकों में बौछारें पड़ेंगी. बिहार से सटे जिलों में सबसे पहले मानसूनी बारिश होगी. उसके बाद मध्य यूपी और तराई का इलाका तरबतर होगा. इससे आगे बढ़ते हुए मानसून पश्चिमी यूपी को अपनी आगोश में लेगा और वहां बारिश होगी. पूर्वी यूपी के जिलों में मानसून के पहुंचने से 2 से 3 दिनों के भीतर मध्य यूपी के जिलों से होते हुए पश्चिमी यूपी तक मानसून आ जाएगा. लोगों को भारी उमस और गर्मी से निजात मिलेगी.
वैसे तो मानसून का आना समय से 2 से 3 दिनों पहले कहा जा सकता है, लेकिन मौसम विभाग तय तिथि से दो-तीन दिन पहले या दो-तीन दिन बाद आगमन को भी मानसून का सामान्य समय पर आना ही मानता है. बता दें कि बिहार में मानसूनी बारिश शुरू हो चुकी है और अब पूर्वांचल के रास्ते उत्तर प्रदेश में भी मानसूनी बारिश का समय आ गया है.
धान की रोपाई के लिए मानसूनी बारिश होगी वरदान
मानसून के पहुंचने से किसानों को भी बड़ी राहत मिलेगी. धान की नर्सरी तैयार है और मानसून के पहुंचने के साथ ही इनकी रोपाई का काम शुरू हो सकेगा. समय पर धान की रोपाई से न सिर्फ किसानों की समस्या कम होती है, क्योंकि उन्हें सिंचाई से राहत मिल जाती है, बल्कि धान की पौध भी बेहतर तैयार होती है.
भीषण उमस से मिलेगी राहत
दूसरी तरफ उमस और गर्मी से भी लोगों को राहत मिलेगी. वैसे तो प्रदेश के किसी भी जिले में भीषण गर्मी का सिलसिला नहीं है. लगभग सभी जगहों पर तापमान 40 डिग्री के इर्द-गिर्द ही दर्ज किया जा रहा है. यह जरूर है कि उमस बढ़ने से लोगों की मुश्किलें बढ़ रही है. बारिश होने के साथ हवाओं के चलने से पिछले 1 हफ्ते से चली आ रही उमस से भी राहत मिलेगी.
आम की भी बढ़ेगी मिठास
कहते हैं जब तक बौछारें न पड़ें तब तक आम की मिठास वैसी नहीं होती, जिसके लिए लोग साल भर इस सीजन का इंतजार करते हैं. बौछारें पड़ने के बाद डाल का पका आम भी तेजी से बाजार में आ सकेगा. साथ ही आम का स्वाद भी पहले से कई गुना बेहतर लोगों को मिल सकेगा.
शहरों में जलभराव की समस्या आ सकती है सामने
अभी छिटपुट बारिश से ही शहरों में जलजमाव का आलम देखने को मिला था. ऐसे में मानसूनी बारिश के बाद कई शहरों में यह समस्या और बढ़ती दिखाई देगी. कोरोना वायरस से लड़ाई के क्रम में नगर निगमों और नगर पालिकाओं का सारा ध्यान इसी ओर लगा रहा है. ऐसे में शहरों में नालों की सफाई किस हद तक हो पाई होगी कहना मुश्किल है. जाहिर है तेज बारिश के बाद शहरों में जलजमाव की स्थिति विकराल होने की आशंका है.