बीमार या बंद औद्योगिक इकाइयों को फिर चलाने की योजना बनाएगी योगी सरकार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। लॉकडाउन की पाबंदियों से जनता को राहत की शुरुआत तो हो गई, लेकिन अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सामने इन हालात की निगरानी के साथ ही अर्थव्यवस्था को फिर पटरी पर लाने की चुनौती है। आर्थिक-औद्योगिक गतिविधियों को तेज करने को लगातार प्रयासरत सरकार अब सिक यूनिट (बीमार या बंद इकाइयों) को भी फिर चलाने की योजना बनाने जा रही है। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही अनलॉक-1 की गाइडलाइन का हर जगह सख्ती से पालन कराने पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के अधिकारियों के साथ अनलॉक-1 की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। राजस्व वृद्धि पर बल देते हुए कहा कि जून में लक्ष्य के अनुरूप राजस्व प्राप्ति के लिए गंभीरता से प्रयास किए जाएं। अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए सिक यूनिट को भी फिर चलाने की कार्ययोजना तैयार करें। ऐसी औद्योगिक इकाइयों की मैपिंग की जाए। उन्होंने आम का निर्यात बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाईवे, बाजारों और पार्कों में सघन पेट्रोलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी जगह शारीरिक दूरी का पूरा पालन कराना होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में निगरानी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्रामीण व शहरी इलाकों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखें। स्वच्छता अभियान में स्वच्छाग्रहियों ने उपयोगी योगदान दिया। इसे ध्यान में रखते हुए निगरानी समितियों में स्वच्छाग्रहियों को भी सम्मिलित करना बेहतर होगा। प्रभावी सर्विलांस व्यवस्था से इन्ट्रा-स्टेट बस सेवा सहित विभिन्न गतिविधियों को शुरू करने में आसानी होगी। उन्होंने नोडल अधिकारियों से क्वारंटाइन सेंटर, कम्युनिटी किचन और कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई सहित अन्य विषयों के निरंतर फीडबैक लेने के निर्देश दिए।
अस्पतालों में चुस्त-दुरुस्त हों व्यवस्थाएं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि अस्पतालों में साफ-सफाई सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त हों, ताकि मरीजों को कोई असुविधा न हो। बेड शीट प्रतिदिन बदली जाए। सुचारु बिजली आपूॢत हो। डॉक्टर और नॄसग स्टाफ नियमित राउंड ले। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को कोविड अस्पतालों की व्यवस्था बेहतर से बेहतर करने के निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों को अच्छा इलाज देकर मृत्यु पर रोक लगाने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर नई टेस्टिंग लैब स्थापित करने की प्रक्रिया तेज करें।
24 लाख श्रमिक-कामगारों का डाटाबेस तैयार : लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में लौटे प्रवासी श्रमिक-कामगारों का डेटाबेस राजस्व विभाग द्वारा तैयार किया जा रहा है। अब तक 24 लाख लोगों का डेटाबेस बन चुका है। इसी के आधार पर सभी प्रवासी श्रमिक-कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।