64,500 में बोली लगाकर वीआईपी नंबर बुक कराया, दूसरे को मिल गया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. वाहनों के वीआईपी नंबरों की निलामी बोली में हिस्सा लेना एक गाड़ी मालिक को महंगा पड़ गया। यूपी 32 केजेड 3000 सीरीज का नंबर 50 हजार रुपये का था। इस नंबर को लेने के लिए 14,500 रुपये बढ़ाकर 64,500 रुपये की बोली लगाई। समय रहते पूरा पैसा खाते में जमा किया। बावजूद नंबर दूसरे गाड़ी मालिक को मिल गया।
दूसरे गाड़ी मालिक को मिलते ही बोली लगाने वाले आवेदक के होश उड़ गए। आनन-फानन में ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय पर पूछताछ किया तो पता चला कि उक्त नंबर 50 हजार रुपये में दूसरे गाड़ी मालिक के नाम हो गया। ऐसे में पीड़ित गाड़ी मालिक ने पैसा रिफंड करने की गुहार परिवहन आयुक्त से लगाई है।
नौ महीने से चल रही है जांच
गाड़ी मालिक नीतू सिंह की ओर से 25 सितंबर 2019 को वीआईपी नंबर लेने के लिए ऑनलाइन नीलामी बोली में हिस्सा लिया। आठ अक्तूबर 2019 को नंबर दूसरे के नाम हो गया। नौ महीने बीतने वाले है, तब से इस मामले की जांच परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर चल रही हैं।
गाड़ी मालिक को पैसा वापस होगा
आईटी सेल के अधिकारी प्रभात पांडेय बताते है कि इस तरह का पहला मामला सामने आया है। जांच में गाड़ी मालिक की ओर से कोई लापरवाही सामने नहीं आई है। एनआईसी के साफ्टवेयर में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। ऐसे में जल्द ही गाड़ी मालिक को पूरा पैसा वापस मिलेगा।