अंतिम सांस ले रही है उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था - अखिलेश यादव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था अंतिम सांस ले रही है। बेरोजगारी से परेशान और हताश लोग आत्महत्या कर रहे हैं। नौजवान ठगा महसूस कर रहे हैं। जनता किससे राहत की उम्मीद करे, जबकि भाजपा सरकार लोगों का खून निचोड़ने में लगी है। कोरोना संकट से तो जिंदगी ऐसे ही बेपटरी हो चली है, ऊपर से सरकार की गलत नीतियों के चलते कामकाज, पढ़ाई, व्यापार के सभी रास्ते अवरुद्ध हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि औरैया के दिबियापुर में जिला जज की गाड़ी पर बदमाशों ने हमलाकर दिया। जब न्यायाधीश सुरक्षित नहीं तो आम जनता का क्या हाल होगा? उन्नाव के पुरवा क्षेत्र में पुलिसकर्मी पर दो बदमाशों ने कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला कर दिया। उनकी बाइक तोड़ दी। खून से लथपथ सिपाही को अस्पताल पहुंचाया गया। लखीमपुर में सत्ता से संरक्षण प्राप्त सीओ ने अपने ड्राइवर पर पिस्तौल तान दी। वर्ष 2017 से 2020 तक एक भी नौकरी में भर्ती नहीं हुई। हर नौकरी भ्रष्टाचार की शिकायतों से भरी रही।
डीज़ल हुआ पेट्रोल से महँगा!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 24, 2020
70 साल में जो मुमकिन न हुआ... वो अब हो गया... अब माल-सामान का परिवहन भी महँगा होगा और खेती-किसानी में सिंचाई की लागत भी बढ़ेगी. आख़िर आ ही गये न पेट्रो-कंपनियों के ‘अच्छे दिन’!
ट्रैक्टर, ट्रक वाले भाजपाई समर्थक भी अब साइकिल को अपनाएंगे.#NoMoreBJP
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इनवेस्टमेंट मीट में अरबों रुपये फूंककर एक सुई का कारखाना तक भाजपा सरकार नहीं लगवा सकी। फिर भी करोड़ों को नौकरी देने का झूठा प्रचार कर युवाओं को धोखा दिया जा रहा है। आगरा में बेरोजगार जूता कारीगर ने आत्महत्या कर ली। कानपुर में कपड़ा व्यवसायी ने आॢथक तंगी में गंगा में छलांग लगा ली। प्रयागराज में व्यापारी और मौदहा में एक किसान ने आर्थिक दिक्कतों के चलते फांसी लगा ली। भाजपा सरकार को जनसामान्य की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है।