इंडो-नेपाल बार्डर पर डटे जवान..बांट रहे सजगता का पैगाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नेपाल के मानचित्र विवाद से उपजे हालात के बाद सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। नेपाल से सीमा पर कोई खुराफात न हो, इस पर भी एसएसबी व पुलिस के जवान नजर रखे हुए हैं। सीमावर्ती गांवों में सजगता का पैगाम बांट रहे हैं। हर रोज पुलिस के अधिकारी सीमा की स्थिति का जायजा भी ले रहे हैं। नेपाल से श्रावस्ती की 62, बहराइच की सौ व बलरामपुर जिले की 82 किमी सीमा सटी है। तीनों जिलों की 244 किमी की सीमा पर 44 गैर परंपरागत व 15 प्रमुख मार्ग हैं।
दोनों देशों के बीच मैत्री पूर्ण संबंध रहे हैं। रोटी-बेटी का रिश्ता भी आम है। इन सबके बीच नेपाल में नए नक्शे को संसद में पारित किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तल्ख माहौल पैदा हो गया है। इसको देखते हुए सीमावर्ती जिलों में निगरानी व सतर्कता बढ़ा दी गई है। नेपाल सीमा से सटे भारत के 38 व नेपाल के लगभग 40 गांव हैं। हालाकि दोनों देशों के बीच रिश्तों की मिठास अभी भी घुल रही है, लेकिन उपद्रवी तत्व कहीं सीमा पर माहौल को बिगाड़ न दें। इसको लेकर पुलिस व एसएसबी के जवान इन गांवों में उपद्रवी तत्वों से सगज रहने के लिए जागरूक कर रहे हैं। सीमा पर स्थित एसएसबी की 62वीं वाहिनी की 15 बीओपी हैं।
इनके समानांतर नेपाल ने भी सुरक्षा शिविर स्थापित किए हैं। लॉकडाउन के दौरान सीमा सील होने के कारण दोनों देशों की आवाजाही पर विराम लग गया है। इसके बाद भी ताजा हालात को देखते हुए सतर्कता के साथ गस्त के साथ पेट्रोलिग और तेज कर दी गई है। एसएसबी व पुलिस के जवान संयुक्त रूप से पेट्रोलिग करते हैं। एएसपी बीसी दूबे ने बताया कि उपद्रवी तत्वों पर नजर रखने के लिए चौकसी बढ़ा दी गई है। जवानों को सतर्क कर दिया गया है कि कोई भी उपद्रवी तत्व सीमा पर खुराफात न कर सकें। उन्होंने बताया कि सुइया, भरथा रोशनगढ़ व तुरषमा तक उनकी ओर से स्थिति का जायजा लेकर जवानों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती गांवों में एसएसबी व पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है। इसमें आपसी भाई-चारा बनाए रखने और उपद्रवी तत्वों की सूचना देने की अपील की जा रही है।