अव्यवस्था व अराजकता के गंभीर संकट से गुजर रहा उत्तर प्रदेश - सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश अव्यवस्था और अराजकता के गंभीर संकट से गुजर रहा है। शासन और प्रशासन में खींचतान और समन्वय की कमी से हालत यह है कि पुलिस बल जनता को धमकाने और वसूली में लग गया है। सभी विरोधी नेताओं को झूठे मुकदमों में भाजपा सरकार फंसाने को अपनी उपलब्धि मानती है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि सरकार श्रमिकों, किसानों और नौजवानों को सता रही है। लोगों को न रोजगार मिल रहा है और न ही पेट भरने को राशन। दूसरे प्रदेशों से आए श्रमिक अब अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। नौजवानों को रोजगार के आंकड़े दिखाकर भ्रमित किया जा रहा है। बैंक नए उद्योग लगाने के लिए कर्ज देने में आनाकानी कर रहे हैं। किसानों के विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। कृषि उपकरण, खाद, बीज, कीटनाशक, डीजल व बिजली सभी महंगे हैैं। बैंक अपने कर्ज की अदायगी के लिए किसानों और अन्य कर्जदारों पर दबाव बना रहे हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों का न तो सम्मान सुरक्षित है और न ही जीवन। उनके द्वारा आत्महत्या करने का दौर पूरब से लेकर पश्चिम तक जारी है। आज स्थिति इतनी डरावनी हो गई है कि लोकतंत्र ही खतरे में पड़ गया है। भाजपा किसान और गांव दोनों को मिटाना चाहती है। वह कारपोरेट खेती की हिमायती है। गांव-गरीब दोनों की समाप्ति से ही भाजपा की पूंजीघरानों के हित की राजनीति चमकाने की योजना है। उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधिक घटना थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है। जैसे कोरोना भाजपा के हाथ नहीं आ सका वैसे कानून-व्यवस्था भी भाजपा सरकार के नियंत्रण से निकल गयी है। कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर भाजपा सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है।