वाराणसी में 25 हजार रुपये का इनामिया पशु तस्करी में लिप्त सिपाही धराया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी, सच ही कहा गया है कि कानून सभी के लिए बराबर होता है। ऐसा ही चरितार्थ हुआ सिपाही संग। कानून के रखवाले जिस हवालात में आम जनता को बंद करते है, आज उसी हवालात में सिपाही को भी जाना पड़ा। पशु तस्करी के मामले में वांछित हो फरार चल रहा 25 हजार रुपये का इनामी सिपाही सुशील मिश्र शनिवार को एसटीएफ की मदद से मिर्जामुराद पुलिस के हत्थे लग गया। प्रयागराज के सोरांव थानांतर्गत रैयापुर निवासी गिरफ्तार सिपाही को रविवार की दोपहर जेल भेज दिया गया। इस मामले में मिर्जामुराद थाना का जीप चालक व 'कारखास' रहा आफाक हैदर भी जेल की हवा खा चुका है।
मोलभाव के बाबत वायरल हुई थी 'आडियो' क्लिप
पशु तस्कर से ट्रक छोड़ने के बाबत 'कारखास' सिपाही से रुपयों के मोलभाव के बाबत वायरल हुई 'आडियो' क्लिप के मामले में जीप चालक व अज्ञात पशु तस्कर के खिलाफ 28 सितंबर 2018 को मिर्जामुराद थाना में धारा 8/13 के तहत भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया था। सीओ (बड़ागांव) ज्ञानप्रकाश राय व मिर्जामुराद थाना प्रभारी सुनील दत्त दुबे ने बताया कि गिरफ्तार सुशील मिश्रा 1997-98 बैच का सिपाही है। भ्रष्टाचार मुकदमे की चल रही विवेचना के दौरान सिपाही का नाम प्रकाश में आया था। यह फरार चल रहा था। सूचना मिलने पर प्रयागराज की एसटीएफ व मिर्जामुराद के खजुरी चौकी प्रभारी अनिल कुमार साहू ने इसे गिरफ्तार कर लिया। सिपाही पशु तस्करी में लिप्त रहा। सीओ ने सिपाही से घटना के बाबत पूछताछ भी की।
ये है पूरा मामला
दरअसल मिर्जामुराद थानांतर्गत कछवांरोड के पास 23 सितंबर 2018 को पकड़े गए मवेशी लदे दो ट्रक को छोड़ने के बाबत 'कारखास' सिपाही रहे आफाक हैदर से मोबाइल फोन पर पशु तस्कर से हुए रुपयों के मोलभाव के बाबत दो 'आॅडियो' क्लिप वायरल हुआ था। इस मामले में एसएसपी रहे आनंद कुलकर्णी ने प्रथम दृष्ट्या मिर्जामुराद थाना प्रभारी रहे विश्वजीत प्रताप सिंह के साथ ही जीप चालाक आफाक हैदर को सस्पेंड कर जांच बैठा दी थी। सीओ कैंट (आईपीएस) रहे डा. अनिल कुमार द्वारा मामले की जांच की गई थी।
उधर, उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मिर्जामुराद के कार्यवाहक थाना प्रभारी रहे रामप्रकाश यादव ने वायरल 'आडियो' के आधार पर जीप चालक सिपाही आफाक हैदर व अज्ञात पशु तस्कर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर जीप चालक सिपाही को गिरफ्तार कर हवालात में डाल जेल भेज दिया था। सीओ (बड़ागांव) द्वारा मुकदमे की विवेचना के दौरान वाराणसी के जैतपुरा निवासी परवेज आलम, भदोही जिले के चौरी थानांतर्गत रविंडी ग्राम प्रधान संतोष यादव व सिपाही सुशील मिश्रा का नाम प्रकाश में आया। आफाक हैदर, परवेज आलम व सन्तोष यादव जमानत पर है।गिरफ्तार सिपाही सुशील मिश्रा पूर्व में वाराणसी जिले में भी तैनात पर रह चुका है।
सीएम के कानों तक पहुंचा था मामला
वाराणसी आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कानों तक इस मामले की शिकायत कर दी गई थी। सीएम तक मामला पहुंचने के कारण आनन-फानन में सिपाही व तस्कर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जीप चालक को गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद मिर्जामुराद पुलिस काफी सक्रिय होकर पशु तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए ट्रकों की धरपकड़ की थी।